उत्तर प्रदेश : आस्था और भक्ति का सैलाब, गिरिराज महाराज को धराया गया भव्य ‘अन्नकूट’ भोग

Mathura News (सौरभ) : मथुरा में पावन गोवर्धन पूजा के अवसर पर गिरिराज महाराज को श्रद्धा और भक्ति के साथ भव्य ‘अन्नकूट’ का भोग धराया गया। यह पर्व दिवाली के ठीक अगले दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है, और इस दिन गोवर्धन क्षेत्र का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन इंद्र का मान मर्दन कर ब्रजवासियों को मूसलाधार वर्षा से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर धारण किया था। इसके बाद ब्रजवासियों ने 56 भोग बनाकर गिरिराज महाराज को अर्पित किए थे, जिसे तब से ही ‘अन्नकूट’ या ‘छप्पन भोग’ के रूप में मनाने की परंपरा चली आ रही है।
इस साल भी गिरिराज महाराज को समर्पित अन्नकूट भोग में विभिन्न प्रकार के पकवान, मिष्ठान्न और व्यंजन शामिल किए गए। अन्नकूट में मुख्य रूप से कई तरह की मौसमी सब्जियों को मिलाकर विशेष सब्जी (अन्नकूट की सब्जी), कढ़ी-चावल, बाजरे की खिचड़ी, पूड़ी, और विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ (जैसे खीर, मालपुआ, लड्डू आदि) तैयार की जाती हैं।
हजारों की संख्या में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने इस पावन अन्नकूट महोत्सव में भाग लिया और गिरिराज महाराज के दर्शन किए। अन्नकूट का भोग लगाए जाने के बाद इसे प्रसाद के रूप में भक्तों के बीच वितरित किया गया, जिसे पाकर श्रद्धालु धन्य हो गए। यह उत्सव ब्रज संस्कृति की समृद्ध परंपरा और भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट आस्था का प्रतीक है, जो यहाँ आने वाले हर भक्त को आध्यात्मिकता और शांति की अनुभूति कराता है।





