नई दिल्ली, 14 अक्तूबर : कैंसर, हार्ट और न्यूरो संबंधी रोग से पीड़ित मरीजों का इलाज यूं तो भारत में आसानी से उपलब्ध है लेकिन कुछ पीड़ितों के रोग समय के साथ लाइलाज हो जाते हैं।
ऐसे में मरीज को शारीरिक और मानसिक तकलीफों से गुजरना पड़ता है जिसका प्रबंधन अस्पताल की प्रशामक देखभाल सेवाओं या पैलिएटिव केयर के माध्यम से किया जाता है। इस संबंध में एम्स दिल्ली की ओर से मंगलवार को डॉ. बीआरए-आईआरसीएच के ऑन्को-एनेस्थीसिया और उपशामक चिकित्सा विभाग में विश्व धर्मशाला और उपशामक देखभाल दिवस मनाया जा रहा है।
इस दौरान लाइलाज बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए उन्नत देखभाल निर्देश और लिविंग विल पर एक इंटरैक्टिव सार्वजनिक व्याख्यान एवं पैनल चर्चा भी आयोजित की जाएगी। इस निशुल्क कार्यक्रम में रोगी के साथ रोगी की देखभाल करने वाले और रोगी के परिवार के ऐसे सदस्य भाग ले सकेंगे जो उपशामक देखभाल और उन्नत निर्देशों के बारे में अधिक जानने में रुचि रखते हैं।