जलभराव से स्थायी निजात दिलाने में आईआईटी रुड़की करेगा मदद
जलभराव से स्थायी निजात दिलाने में आईआईटी रुड़की करेगा मदद
अमर सैनी
नोएडा। प्राधिकरण क्षेत्र के तिलपता और सूरजपुर गांव में मुख्य मार्ग पर जलभराव की समस्या नासूर बन गई है। क्षेत्र के लोगों को इस समस्या से स्थायी निजात दिलाने के लिए प्राधिकरण ने कार्ययोजना तैयार की है। इसमें आईआईटी रुड़की की मदद ली जाएगी। रिपोर्ट तैयार कर आईआईटी को भेज दी गई है। यहां 28 करोड़ रुपये की लागत से सड़क को औसतन डेढ़ फीट ऊंचा किया जाएगा और दोनों तरफ पुलिया और आरसीसी नालियों का निर्माण कराया जाएगा। आईआईटी टीम के निरीक्षण और टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगामी सितंबर माह में काम शुरू होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अगले मानसून सीजन में जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दादरी को नोएडा से जोड़ने वाली मुख्य सड़क तिलपता और सूरजपुर में जर्जर हो चुकी है। हालात ये हैं कि थोड़ी सी बारिश में ही जलभराव हो जाता है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग पर सुबह से देर रात तक यातायात का काफी दबाव रहता है। कंटेनर डिपो होने के कारण भारी वाहनों की लगातार आवाजाही रहती है। बार-बार जलभराव होने से प्राधिकरण की आलोचना हो रही है। इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस समस्या से स्थाई निजात दिलाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ प्रबंधक नरोत्तम सिंह ने बताया कि सूरजपुर और तिलपता में आरसीसी से सड़क को ऊंचा किया जाएगा और तिलपता रोटरी से दादरी बाईपास तक सड़क के दोनों ओर आरसीसी नालों का निर्माण कराया जाएगा। इससे संबंधित रिपोर्ट आईआईटी रुड़की को भेज दी गई है। टीम के निरीक्षण के बाद टेंडर प्रक्रिया पूरी कर सितंबर माह में निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। 6 माह में काम पूरा करने का लक्ष्य रहेगा। सड़क को औसतन डेढ़ फीट ऊंचा किया जाएगा। तीन स्थानों पर पुलिया का निर्माण कराया जाएगा। इससे सूरजपुर से तिलपता तक लोगों को जलभराव से राहत मिलेगी और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। वर्जन
वर्जन
तिलपता और सूरजपुर में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए योजना पर काम चल रहा है। इसमें आईआईटी रुड़की की मदद ली जाएगी। विभाग की ओर से रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है। आईआईटी टीम के निरीक्षण के बाद जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर जलभराव की समस्या का समाधान हो जाएगा।
रवि कुमार एनजी, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।