गंगा की स्वच्छता और संरक्षण में सहयोगी बनेंगी मछलियां : ऋचा
गंगा की स्वच्छता और संरक्षण में सहयोगी बनेंगी मछलियां : ऋचा
-प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत हुआ कार्यक्रम
-गंगा नदी में विभिन्न प्रजातियों की 88000 मछलियां छोड़ी
-बृजघाट गंगा में हुआ रिवर रेचिंग कार्यक्रम
हापुड़ । प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत बृजघाट गंगा में रिवर रेचिंग कार्यक्रम हुआ। गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के लिए नदी में विभिन्न प्रजातियों की 88000 मछलियां छोड़ी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ गढ़मुक्तेश्वर विधायक हरेंद्र तेवतिया और मत्स्य विभाग की सहायक निदेशक रिचा चौधरी ने संयुक्त रूप से गंगा में मछलियों के बच्चे छोड़ते हुए किया। सहायक निदेशक रिचा चौधरी ने बताया कि, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत रिवर रेचिंग कार्यक्रम कराया गया है। निदेशक ने बताया कि गंगा में मछलियों की संख्या बढ़ाकर जलजीव विविधता को संरक्षित करना और मत्स्य पालन को बढ़ावा देना है।
निदेशक ने बताया कि गंगा में मछलियों की रोहू, कतला , नैन आदि प्रजातियों के 88000 मत्स्य बीज गंगा नदी में छोड़े गए। इस पहल का उद्देश्य गंगा में मछलियों की संख्या बढ़ाकर जलजीव विविधता को संरक्षित करना और मत्स्य पालन को बढ़ावा देना है।विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया ने कहा कि यह योजना क्षेत्र के मछुआरों के आर्थिक सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के प्रयासों से मत्स्य पालन उद्योग को नई दिशा मिलेगी। उपस्थित लोगों ने गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। जतिन कुमार कश्यप, निगम सिंह, मनोज कुमार, अजय सिंह मत्स्य इंस्पेक्टर गौरव पाल , नरेंद्र कश्यप आदि रहे।