एनएमसी ने मेडिकल कॉलेजों से मांगा छात्रों के वजीफे का विवरण
-सभी कॉलेज वर्ष 2024-25 के वजीफा वितरण की जानकारी भी अपनी वेबसाइट पर करें अपलोड

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज नेटवर्क): देश के तमाम निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस की शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को वजीफा राशि का मासिक भुगतान सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही संबंधित मेडिकल कॉलेज या चिकित्सा संस्थानों को निर्देश दिया है कि वह छात्रों को वजीफा भुगतान संबंधी तमाम विवरण अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें और उन्हें हर महीने की 5 तारीख तक अपडेट भी करें। साथ ही प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में पूरा विवरण एनएमसी को ईमेल से भेजें।
दरअसल, इस संबंध में एक रिट याचिका पर सुनवाई के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने बीते साल के सितम्बर और मौजूदा साल के अप्रैल माह में एनएमसी को निर्देश दिया था कि मेडिकल इंटर्न और रेजिडेंट डॉक्टर को भुगतान किए गए वजीफे का विवरण पेश करें। विशेषकर, वित्तीय वर्ष 2023-24 में पोस्ट-ग्रेजुएट रेजिडेंट्स और सीनियर रेजिडेंट्स और सुपर स्पेशियलिटी कोर्स में पीजी करने वाले छात्रों का ब्यौरा आगामी 23 अप्रैल तक उपलब्ध कराएं। इसके बाद एनएमसी के सचिव डॉ. (प्रो.) बी.श्रीनिवास ने सभी मेडिकल कॉलेजों को नोटिस जारी किया है। बता दें कि मेडिकल संस्थान छात्रों को रहने, खाने और यात्रा खर्च के लिए 30,070 रुपये मासिक वजीफा देते हैं जिसे लेकर एनएमसी को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि यूजी, पीजी, एसआर और एसएस छात्रों को वजीफा राशि भुगतान करने के मामले में फर्जीवाड़ा हो रहा है।