Noida Crime: नोएडा में रिटायर्ड आईएएस की विकलांग बहन का उत्पीड़न, भाभी और दो भतीजियों पर केस दर्ज

Noida Crime: नोएडा में रिटायर्ड आईएएस की विकलांग बहन का उत्पीड़न, भाभी और दो भतीजियों पर केस दर्ज
नोएडा के सेक्टर-15ए में रहने वाले एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की विकलांग बहन ने अपनी भाभी और दो भतीजियों पर उत्पीड़न और आर्थिक धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है। फेज वन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर 25 हजार रुपये निकाल लिए गए और भाई की मौत के बाद उसे घर से निकाल दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता दमयंती सिंह जन्म से विकलांग हैं और बोल नहीं पातीं। उनके भाई यशराज सिंह रिटायर्ड आईएएस अधिकारी थे, जिनका निधन वर्ष 2019 में हुआ था। भाई के जीवनकाल में दमयंती सिंह उन्हीं के संरक्षण में रह रही थीं। लेकिन उनके निधन के बाद स्थिति पूरी तरह बदल गई। आरोप है कि भाई की मौत के बाद उनकी भाभी अल्का सिंह और दोनों भतीजियाँ मेघा तथा राधिका ने उन्हें न केवल घर से बाहर कर दिया, बल्कि उनके बैंक खाते से पैसे निकालने जैसी धोखाधड़ी भी की।
पुलिस को दी गई शिकायत में दमयंती सिंह ने बताया कि उनके और उनके भाई के नाम से एक ज्वाइंट बैंक अकाउंट था, जिसमें से आरोपियों ने फर्जी साइन कर 25 हजार रुपये निकाल लिए। जब उन्होंने इस लेनदेन की जानकारी बैंक से ली तो पता चला कि पैसे अल्का सिंह के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। पीड़िता ने इसके सबूत भी पुलिस को सौंपे हैं।
पीड़िता ने बताया कि घर से निकाले जाने के बाद उनके पास कोई सहारा नहीं बचा और वे मजबूरी में अपने पैतृक गांव बुलंदशहर के एक मंदिर में रह रही हैं। वहां वे आश्रय लेकर जीवन बिता रही हैं। स्थानीय लोगों ने मामले को संज्ञान में लाते हुए पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद फेज वन थाने में भाभी और दो भतीजियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
नोएडा पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। पुलिस बैंक रिकॉर्ड और ट्रांजैक्शन विवरण की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि धनराशि कैसे और कब ट्रांसफर की गई।
यह मामला न केवल पारिवारिक विवाद बल्कि एक विकलांग महिला के साथ हुए मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आया है। फिलहाल पुलिस मामले में शामिल सभी पक्षों से पूछताछ कर रही है और दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।




