Delhi Cylinder Blast: दिल्ली के सुंदर नगरी में सीएनजी सिलेंडर ब्लास्ट से दो मासूमों की मौत, गोदाम मालिक के खिलाफ केस दर्ज

Delhi Cylinder Blast: दिल्ली के सुंदर नगरी में सीएनजी सिलेंडर ब्लास्ट से दो मासूमों की मौत, गोदाम मालिक के खिलाफ केस दर्ज
रिपोर्ट: रवि डालमिया
दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले के नंद नगरी थाना क्षेत्र के सुंदर नगरी इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। शनिवार शाम एक गोदाम में सीएनजी सिलेंडर की मरम्मत के दौरान हुए जोरदार धमाके में तीन मासूम बच्चे उसकी चपेट में आ गए। इलाज के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि एक बच्चा अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। यह हादसा शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ, जब सुंदर नगरी स्थित एक गोदाम में पुराने सीएनजी सिलेंडरों की मरम्मत का काम किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि सिलेंडर की मरम्मत के दौरान अचानक एक जोरदार धमाका हुआ, जिसकी आवाज दूर तक सुनाई दी। धमाका इतना भीषण था कि गोदाम का लोहे का दरवाजा उखड़ गया और पास ही खेल रहे तीन मासूम बच्चे उसकी चपेट में आ गए।
धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल जीटीबी अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान आज दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों की हालत शुरुआत से ही नाजुक बनी हुई थी, क्योंकि वे 80 प्रतिशत से ज्यादा जल चुके थे। तीसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज अब भी चल रहा है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी आशीष मिश्रा ने बताया कि मृत बच्चों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल की मोर्चरी में भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में लापरवाही और गैरकानूनी गतिविधियों के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस गोदाम में यह हादसा हुआ, वहां सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही थी। पुराने और खराब हो चुके सीएनजी सिलेंडरों की मरम्मत बिना किसी अनुमति और सुरक्षा उपायों के की जा रही थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह गोदाम लंबे समय से इसी तरह की खतरनाक गतिविधियों में लिप्त है। उन्होंने कई बार पुलिस और प्रशासन को शिकायत दी थी, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इलाके के लोगों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर पहले ही इस गोदाम पर कार्रवाई होती तो आज दो मासूमों की जान न जाती। लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां पहले भी छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन और पुलिस की अनदेखी ने आज इस त्रासदी को जन्म दिया। फिलहाल, पुलिस ने गोदाम मालिक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसे हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस गोदाम के पास कोई वैध लाइसेंस था या नहीं। प्रशासन की ओर से भी अब गोदाम की जांच की जा रही है और अन्य ऐसे अवैध कार्यस्थलों की पहचान कर उन्हें बंद कराने की तैयारी शुरू की जा रही है।
>>>>>>>>>>>