Congress Press Conference: हिंडनबर्ग-अडानी विवाद पर कांग्रेस का नया खुलासा, PM मोदी को फिर घेरा
Congress Press Conference: हिंडनबर्ग-अडानी विवाद पर कांग्रेस का नया खुलासा, PM मोदी को फिर घेरा
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों पर कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की जरूरत की मांग की। कांग्रेस ने ‘मोदानी महा घोटाले’ की जांच पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसका असर अर्थव्यवस्था और देश के छोटे-छोटे इन्वेस्टर्स पर होगा, जिनके लिए पूंजी बाजार में ईमानदारी बेहद जरूरी है। आपको बता दे की बीते साल जनवरी में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर टैक्स का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था और कर्ज के स्तर को लेकर चिंता भी जताई थी। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के डोमेस्टिक लिस्ट स्टॉक में 86 बिलियन डॉलर का उछाल आया था।
संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अडानी ग्रुप जुगलबंदी के बाद सामने आया महाघोटाला जिसका हिडनबर्ग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने गौतम अडानी के दो आफशोर फंड की हिस्सेदारी थी, जिसको सुप्रीम कोर्ट से छिपाया गया, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अडानी द्वारा किए गए हजारों करोड़ के महाघोटाले की जांच की जिम्मेदारी सेबी अध्यक्ष माधबी बुच को सौंपी, जिसमें मोदी सरकार के दबाव पर अडानी ग्रुप को बचाने की कोशिश की गई। हिडनबर्ग की रिपोर्ट में उठाए सवालों और अडानी गु्रप के साथ सेबी अध्यक्षता की संलिप्तता की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग को लेकर दिल्ली प्रदेश कांगेस कमेटी कल 22 अगस्त, 2024 को सुबह जंतर मंतर पर सुबह 10 बजे से 1 बजे तक विशाल धरना प्रदर्शन करेगी। जिसमें कांग्रेस केन्द्रीय नेतृत्व वरिष्ठ नेता, दिल्ली कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता, सामाजिक संस्थाओं और दिल्ली के प्रभावित लोग धरने में हिस्सा लेंगे।
संवाददाता सम्मेलन को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव, के सोशल मीडिया एवं डिजीटल प्लेटफार्म विभाग की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनते और प्रदेश कांग्रेस कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायकअनिल भारद्वाज ने संबोधित किया। देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और जनप्रिय नेता राहुल गांधी जी मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में अमीरों का और अमीर होना और गरीबों के और गरीब होने पर चिंतित है। देश में अमीरों और गरीबों के बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जब देश की, देश की सम्पति उसकी सुरक्षा को जिसके हाथों में जनता सौंपती है, जब वही भेड़िया बनकर उसको खाने की भूमिका निभाऐगा तो देश को कौन बचाऐगा। हिडनबर्ग की रिपोर्ट, अडानी ग्रुप की गतिविधियों की सेबी की जांच, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी और अडानी को भरपूर समर्थन देने सहित पोषित करने की भूमिका मोदी जी निभा रहे है। उन्होंने कहा कि अडानी के महाघोटाले को देशवासियों तक पहुॅचाने के लिए कांग्रेस पार्टी सड़क से संसद लड़ाई लड़ेगी।
सुप्रिया श्रीनते ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अडानी महाघोटाले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सेबी द्वारा जांच के बाद सेबी अध्यक्षा माधबी बुच की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लग गया है जिसमें अडानी को मोदी जी के संरक्षण में बचाने की कोशिश की गई है। अडानी के महाघोटाले की परत दर पर खुलने पर मोदी सरकार का भ्रष्टाचार देशवासियों के सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि अडानी को फायदा पहुॅचाने के लिए मोदी जी सीबीआई, ईडी सहित अन्य सरकारी एजेंसियों का इतनी सफाई से इस्तेमाल कर रहे है कि शेयर बाजार सहित देश के पोर्ट, एयरपोर्ट, बिजली संस्थान सहित देश का पूरे बिजनेस अडानी को दिया जा रहा है, अगर कोई अन्य प्रतियोगी अडानी के समक्ष आता है तो मोदी सरकार की सरकार जांच एजेंसी अडानी के लिए उनपर छापेमारी करना शुरु कर देती है। मोदी सरकार अडानी ग्रुप पर पूरी तरह मेहरबान है।
श्रीनते ने कहा कि मोदी जी के विदेशी दौरे और सरकार की विदेश नीति सब कुछ अडानी जी के लिए हो चुका है। मोदी जी के दौरे के बाद श्रीलंका में अडानी ग्रीन एनर्जी पावर परचेज एग्रीमेंट 20 साल के लिए 367 करोड़ निवेश करेगी। बंगलादेश में अडानी ग्रुप इलेक्ट्रो पावर का एग्रीमेंट मिला और इसी तरह इजरायल में प्रधानमंत्री दौरे के बाद अडानी को बिजनेस मिला। मतलब मोदी सरकार की विदेश नीति अडानी के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए चल रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार अडानी को व्यापार बढ़ाने के लिए सभी हदें पार कर रही है। आज दो रुपये की चीज 20 रुपये में मिल रही है। उन्होंने कहा कि अब सवाल उठता है जिसकी रक्षा और सुरक्षा खुद प्रधानमंत्री मोदी जी कर रहे है उसकी जांच कौन करेगा।