कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जारी की 15 सवालों की चार्जशीट
‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत घर-घर और जन-जन तक चार्जशीट को पहुंचाएगी कांग्रेस
बीजेपी की विफलताओं और कांग्रेस की घोषणाओं को जनता तक लेकर जाना अभियान का मकसद
रिपोर्ट: कोमल रमोला
चंडीगढ़, 11 जुलाईः कांग्रेस की तरफ से प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ 15 सवालों की चार्जशीट जारी की गई है। इस चार्जशीट और कांग्रेस की घोषणाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ नाम से नए अभियान की शुरुआत की है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान, वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह, अशोक अरोड़ा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सतपाल ब्रह्मचारी, वरुण मुलाना और विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता आफताब अहमद, पार्टी विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद व प्रकोष्ठों के प्रमुख समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता करके चार्जशीट को जारी कर अभियान को लॉन्च किया।
इस मौके पर हुड्डा ने कहा कि अबतक कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा, विपक्ष आपके समक्ष, घर-घर कांग्रेस, हाथ से हाथ जोड़ो अभियान, जनमिलन समारोह और धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन समेत जितने भी कार्यक्रम किए हैं, उन सभी को जनता का जबरदस्त समर्थन हासिल हुआ है। इसी कड़ी में अब ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ एक नई शुरुआत है। इसके जरिए ना सिर्फ बीजेपी की विफलताओं और कांग्रेस की घोषणाओं को जनता तक पहुंचाना है, बल्कि पार्टी के मेनिफेस्टो के लिए जनता से सुझावों को भी एकत्र करना है। ताकि पार्टी की सरकार बनने पर कारगर तरीके से लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। इस अभियान को अमलीजामा पहनाने का रोडमैप तैयार करने के लिए 14 तारीख को सोनीपत में पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। 15 जुलाई से ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान विधिवत तौर पर शुरू हो जाएगा।
चौधरी उदयभान ने पत्रकारों के साथ चार्जशीट सांझा करते हुए बताया कि इसमें कांग्रेस ने बीजेपी से अलग-अलग मुद्दों पर 15 सवाल पूछे हैं। इन सवालों से साथ पार्टी ने वो तथ्य भी जोड़े हैं, जिनके आधार पर इस सरकार पर ये सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि देश में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी हरियाणा में क्यों है? बीजेपी की केंद्र सरकार ने हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य क्यों कहा? घर-घर तक कैसे पहुंचा नशा व ड्रग्स का काला साम्राज्य? देश में सर्वाधिक महंगाई हरियाणा में क्यों? भ्रष्टाचार के जनक व जनता के जी का जंजाल क्यों बने सरकारी पोर्टल व आईडी? भाजपा के 10 साल में हजारों करोड़ के 50 से ज्यादा बड़े घोटाले क्यों? भाजपा काल क्यों बना किसानों का काल? भाजपा ने दलितों और पिछड़े वर्ग की घोर उपेक्षा क्यों की? अग्निपथ और कौशल निगम के जरिए क्यों खत्म की पक्की नौकरियां? हर वर्ग पर लाठी और गोलियां क्यों बरसाई? इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को शून्य पर क्यों लेकर आई बीजेपी? बीजेपी ने 2014 और 2019 की चुनावी घोषणाएं क्यों पूरी नहीं की? बीजेपी ने स्वास्थ्य सेवाओं का दिवालिया क्यों पीटा? बीजेपी ने प्रदेश के शिक्षा तंत्र को बर्बाद क्यों किया? बीजेपी ने देश की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था को क्यों चौपट किया?
इस मौके पर वरिष्ठ नेता चौ. बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी हरियाणा को राजनीतिक और सामाजिक तौर पर बिलकुल नहीं समझ सकी। उसने हमेशा धर्मांधता और जातपात की राजनीति को अंजाम दिया। इसीलिए ये सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई। 10 साल में तमाम तरीके के भ्रष्टाचारों को अंजाम देने वाली बीजेपी ने जेजेपी के साथ गठबंधन करके राजनीतिक भ्रष्टाचार को भी अंजाम दिया।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के वोटों में 20 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हुई और सभी 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के वोट बढ़े हैं। वहीं बीजेपी के वोट हरेक लोकसभा व विधानसभा क्षेत्र में घटे हैं। इन नतीजों ने साफ संदेश दे दिया है कि हरियाणा के लोग प्रदेश में बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस सरकार बनाने जा रहे हैं। आने वाली सरकार में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्देशानुसार कांग्रेस अपने घोषणापत्र के लिए सीधे जनता से सुझाव ले रही है। ताकि पार्टी जनता का अपना घोषणापत्र तैयार कर सके।
अंबाला से सांसद वरुण चौधरी ने कहा कि पूरे कार्यकाल में बीजेपी कभी जनता की आवाज नहीं सुनी, उसने प्रत्येक आवाज को लाठी और गोली के दम पर दबाने का काम किया। सोनीपत से सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि जनता बीजेपी की नीतियों और रवैये से पूरी तरह त्रस्त है। इसबार हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनना तय है।
चौधरी उदयभान ने मीडिया के साथ पार्टी के आगामी कार्यक्रमों का लेखा-जोखा भी सांझा किया। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई को फतेहाबाद और 13 को हिसार में ‘धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन’ होगा। इसके बाद यह सम्मेलन 26 जुलाई को सिरसा और 27 जुलाई को रेवाड़ी में होगा। 28 जुलाई को गुरू दक्ष प्रजापति महाराज जयंती के मौके पर हिसार में कार्यक्रम होगा। 3 अगस्त को सोनीपत में बीसी-ए सम्मेलन और 4 अगस्त को गुरुग्राम में श्रमिक व सेवानिवृत्त कर्मचारियों का सम्मेलन होगा। 5 अगस्त को पलवल में ‘धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन’ करवाया जाएगा। 9 अगस्त को एक्स सर्विसमैन का कार्यक्रम होगा, जिसका स्थान अभी निर्धारित नहीं हुआ है। 10 अगस्त को कुरुक्षेत्र में एससी समाज का सम्मेलन, 11 अगस्त को पानीपत में व्यापारी वर्ग सम्मेलन, 16 अगस्त को पंचकूला में महिला सम्मेलन, 17 अगस्त को फरीदाबाद में प्रवासी सम्मेलन और 18 अगस्त को स्वतंत्रता सेनानी मदनलाल ढींगरा की पुण्यतिथि पर करनाल में पंजाबी समाज का सम्मेलन होगा।