बिहार

Patna Deepotsav: गंगा तट पर दीपोत्सव में गूंजे छठ के गीत, हजारों दीपों से जगमगाया पटना

Patna Deepotsav: गंगा तट पर दीपोत्सव में गूंजे छठ के गीत, हजारों दीपों से जगमगाया पटना

पटना में छठ और दीपावली के पावन अवसर पर गंगा तट एक दिव्य आस्था और संस्कृति के संगम में बदल गया। पटना नगर निगम द्वारा दीघा स्थित पार्टी पुल घाट पर भव्य रंगोली एवं दीपोत्सव का आयोजन किया गया, जहां हजारों दीयों की लौ ने पूरे तट को आलोकित कर दिया। इस कार्यक्रम में पटना प्रमंडल के आयुक्त एवं बुडको के प्रबंध निदेशक अनिमेष पराशर, पटना नगर निगम के आयुक्त यशपाल मीणा और नगर निगम की स्वच्छता जागरूकता अभियान की ब्रांड एंबेसडर, प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ. नीतू कुमारी नवगीत विशेष रूप से उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे अनिमेष पराशर, यशपाल मीणा और डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने संयुक्त रूप से किया। जैसे ही दीप जलाए गए, हजारों दीयों ने एक साथ प्रकाश फैलाया और पूरा गंगा तट “चकाचक पटना” का संदेश देता हुआ जगमगा उठा। इस दृश्य ने उपस्थित लोगों को भक्ति और उत्सव के भाव से भर दिया।

आयुक्त अनिमेष पराशर ने इस अवसर पर कहा कि स्वच्छ और सुंदर पटना बनाना हम सबका साझा लक्ष्य है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे नगर की स्वच्छता और सौंदर्य बनाए रखने में योगदान दें, ताकि पटना शहर पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण बन सके।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही डॉ. नीतू कुमारी नवगीत की लोक गायन प्रस्तुति। उन्होंने स्वच्छता जागरूकता से जुड़े गीतों के साथ-साथ छठ महापर्व की भावना से ओतप्रोत पारंपरिक गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी। जैसे ही उनके स्वर गूंजे — “मांगी ला हम वरदान हे गंगा मइया”, “छठी माई के करब हम वरतिया”, “कांच ही बांस के बहंगिया”, “पहिले पहिल हम कईनी छठ के बरतिया”, और “पटना के घाट पर हमहूं अरगिया देहब हे छठी मैया” — पूरा वातावरण श्रद्धा, भक्ति और भावनाओं से सराबोर हो गया।

दीपों की ज्योति, गंगा की लहरों और छठ के गीतों ने मिलकर ऐसा आध्यात्मिक दृश्य रचा जिसने उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति के हृदय को छू लिया। यह आयोजन न केवल स्वच्छता और संस्कृति के संदेश को सशक्त करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पटना की पहचान सिर्फ राजनीति या विकास से नहीं, बल्कि अपनी जीवंत परंपराओं और सामूहिक आस्था से भी है।

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