
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती राज लाली गिल ने महिलाओं के मुद्दों को नजरअंदाज करने के लिए केंद्रीय बजट को निराशाजनक कहा
रिपोर्ट : कोमल रमोला
चंडीगढ़, 24 जुलाई:
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती राज लाली गिल ने वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा पेश किए केंद्रीय बजट 2024 पर सख़्त असंतोष व्यक्त किया। चंडीगढ़ में बुद्धवार को मीडिया से बातचीत दौरान श्रीमती गिल ने कहा, ‘‘ इस बजट में महिलाओं की कल्याण एंव सशक्तिकरन के लिए कुछ भी नहीं दिया गया।’ ’
चेयरपर्सन श्रीमती गिल ने इस बात पर ज़ोर दिया कि बजट महिलाओं की अहम ज़रूरतों को पूरा करने में बुरी तरह असफल रहा है। महिलाओं के सशक्तिकरन के लिए कोई विशेष प्रोगराम या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की गई है। उन्होंने उजागर किया कि महिलाएं अपनी आर्थिक, सामाजिक और सेहत स्थिति को और बढिया बनाने संबंधी प्रयत्नों की आशा कर रही थी, परन्तु बजट इन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।
राज लाली गिल ने कहा कि केंद्रीय बजट में महिलाओं के चिंताजनक हालातों को पूरी तरह अनदेखा किया गया है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘ इस बजट में किए वायदे केवल दिखावा है। जब तक यह लागू होंगे तब तक एक और बजट आ जाएगा।’
उन्होंने हिंसा का सामना कर रही महिलाओं को ज़रूरी सहायता सेवाएं प्रदान करते वन स्टाप सैंटरों के बारे में भी चिंता व्यक्त की, जिनके लिए कोई अतिरिक्त फंड नहीं रख गए है। वन स्टाप सैंटरों के लिए बढ़े हुए फंडों की कमी महिलाओं की सुरक्षा और तंदरुस्ती प्रति सरकार के लापरवाह और ग़ैर- ज़िम्मेदार पक्ष को व्यक्त करता है।
रोज़गार जैसे बड़े मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए श्रीमती गिल ने कहा, ‘वित्त मंत्री ने दावा किया कि केंद्र सरकार प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ नौकरियों दे रही है, परन्तु इस दावे को समर्थन देने के लिए इस बजट में कोई ठोस उपाय नहीं दिखाई देता। उन्होंने कहा कि यह बजट पार्टी हितों का पक्षपूर्ण वाला बजट है।
श्रीमती गिल ने केंद्र सरकार को बजट पर पुर्न विचार करने और ऐसे प्रयास शामिल करने की अपील की जो महिलाओं के सशक्तिकरन और उनकी विलक्षण चुनौतियां का हल कर सकें। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह देश के विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को यकीनी बनाने के लिए महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य संभाल और उद्दमिता के लिए बड़े स्तर पर फंड अलाट करे।