उत्तर प्रदेश : पुतले के अंतिम संस्कार की कोशिश का मामला, सख्त हुआ पालिका-प्रशासन, अब मृतक का चेहरा और कोई भी पहचान पत्र के देखने के बाद ही रजिस्टर में उनके नाम की होगी एंट्री

Hapur News : गंगानगरी ब्रजघाट के श्मशानघाट पर गुरुवार की दोपहर पुतले के अंतिम संस्कार की कोशिश करते हुए दिल्ली निवासी युवकों के पकड़े जाने के बाद इस मामले में पालिका-प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। अब मृतक का चेहरा और आधार कार्ड अथवा कोई भी पहचान पत्र देखने के बाद ही रजिस्टर में उनके नाम की एंट्री की जाएगी।
दरअसल, गुरुवार की दोपहर दिल्ली निवासी कमल सोमानी और आशीष खुराना बीमा क्लेम हड़पने की साजिश रचकर पुतला कार में रखकर ब्रजघाट श्मशान घाट पहुंचे। जहां उन्होंने मृतक का नाम अंशुल बताया और कहा कि उसकी मौत अस्पताल में होने के बाद पोस्टमार्टम के उपरांत दाह संस्कार की बात कही। लेकिन, शव को कार से उतारने के दौरान वजन काफी कम होने पर वहां तैनात पालिका कर्मी नितिन ने मृतक का चेहरा दिखाने को कहा। जिस पर दोनों युवक बहानेबाजी करने लगे। इसी दौरान कर्मचारी ने शव के पैर से कपड़ा हटाया, तो प्लास्टिक का डमी (पुतला) नजर आया।
पुलिस पूछताछ में कमल ने बताया कि 50 लाख का कर्जा उतारने के लिए अंशुल के नाम पर कराए गए बीमे की रकम हड़पने के लिए उसने यह साजिश रची थी। इस मामले के बाद पालिका-प्रशासन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगाने के लिए सजग हो गया है।
पालिका चेयरमैन राकेश कुमार बजरंगी और ईओ पवित्रा त्रिपाठी के निर्देश के बाद श्मशानघाट में तैनात कर्मचारी मृतक का चेहरा और पहचान पत्र देखने के बाद ही रजिस्टर में उनके नाम की एंट्री कर रहे हैं। मृतक की पूरी पहचान के बाद ही दाह संस्कार प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
पालिका ईओ पवित्रा त्रिपाठी ने बताया कि कर्मचारियों को मृतक का चेहरा और पहचान का कोई भी प्रमाण मिलने के बाद ही उनके नाम की एंट्री रजिस्टर में करने का निर्देश दिया गया है। जिसमें लापरवाही होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्मशानघाट की चाहरदीवारी कराकर एंट्री गेट बनवाया जाएगा। इसी गेट से अंतिम यात्रा वाहन श्मशान घाट में पहुंचेंगे। मृतक की पूरी पहचान के बाद ही पालिका स्तर से दाह संस्कार प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।





