अनाथालय की आग में फंसे बच्चों समेत 19 लोगों को बचाया
अनाथालय की आग में फंसे बच्चों समेत 19 लोगों को बचाया
अमर सैनी
नोएडा। सेक्टर-26 स्थित रामकृष्ण अनाथालय के भूतल में शुक्रवार रात ढाई बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। अग्निशमन विभाग की टीम ने अनाथालय के अंदर मौजूद 16 बच्चों और तीन केयरटेकर को सकुशल बाहर निकाला। करीब 50 मिनट की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। इस दौरान सेक्टर-20 थाने की टीम भी मौके पर मौजूद रही।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि शुक्रवार रात कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि सेक्टर-26 स्थित रामकृष्ण विवेकानंद मिशन अनाथालय के ग्राउंड फ्लोर में आग लग गई है और कई बच्चे अंदर फंसे हैं। टीम जब मौके पर पहुंची तो अनाथालय के कमरों में चार से 12 साल के 16 बच्चे गहरी नींद में सो रहे हैं और धुआं तेजी से उनके कमरों में पहुंच रहा है। टीम ने तुरंत बच्चों और तीन केयरटेकर को जगाया। सभी 19 लोगों को अनाथालय से बाहर निकालने के बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय से सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और आग का दायरा बढ़ने नहीं दिया गया। दस अग्निशमनकर्मियों की मदद से आग पर करीब 50 मिनट में ही काबू पाया गया। इस दौरान रजाई, गद्दे और कपड़े समेत लाखों का सामान जलकर पूरी तरह से राख हो गया।
स्वयंसेवी संस्थाओं ने मदद का हाथ बढ़ाया
बिल्डिंग में रखा सारा सामान जल जाने के कारण बच्चों के रहने और अनाथालय में आर्थिक संकट की स्थित पैदा हो गई है। बच्चों की मदद के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने अनाथालय के पदाधिकारियों से संपर्क किया है और हर संभव मदद करने का भरोसा भी दिया है। बिल्डिंग के बेसमेंट में बने गोदाम में आग लगी थी।
प्रथम तल तक नहीं पहुंचने दी चिंगारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट निकला है। इसके बावजूद पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है। गनीमत रही कि आग के ऊपरी तल पर पहुंचने से पहले ही सभी को बाहर निकाल लिया गया और आग को आगे बढ़ने से पहले ही रोक दिया गया।
एहतियात के तौर एक गाड़ी तैनात रही
स्थानीय लोगों से शनिवार सुबह हादसे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसको लेकर अनभिज्ञता जताई। हालांकि, इमारत के अंदर धुएं से काली हुई दीवारें हादसे की गवाही दे रही थीं। कुछ लोगों ने हादसे का वीडियो भी बनाया और इसे सोशल मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर वायरल भी किया। एहतियात के तौर पर फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी को सुबह सात बजे तक अनाथालय के बाहर रखा गया ताकि अगर आग फिर से धधक उठे तो उस पर तुंरत काबू पाया जा सके।