पंचायत चुनावों संबंधी याचिका रद्द करने के हाईकोर्ट के फैसले का आम आदमी पार्टी ने किया स्वागत
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाईकोर्ट का किया धन्यवाद, लोगों से आपसी भाईचारा कायम रखकर वोट करने की अपील की
हाईकोर्ट का फैसला विपक्षी पार्टियों के झूठे प्रचार पर करारा तमाचा है – आप प्रवक्ता नील गर्ग
रिपोर्ट : कोमल रमोला
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर
पंचायत चुनावों संबंधी याचिका रद्द करने के पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले का आम आदमी पार्टी (आप) ने स्वागत किया है और उच्च न्यायालय का आभार प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर हाईकोर्ट को धन्यवाद दिया और कहा कि अब पंचायती चुनाव का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। 15 अक्टूबर को निर्धारित समय पर पंजाब में पंचायती चुनाव होंगे। मैं सभी पंजाबियों से अनुरोध करता हूं कि आपसी भाईचारा कायम रखकर वोट करें और अपने-अपने गांवों के अच्छे प्रतिनिधियों को चुनें जो गांवों के विकास में योगदान डाल सकें। पंचायती चुनाव के लिए सभी सरपंच और पंच उम्मीदवारों को भी मेरी शुभकामनाएं!
आप नेता और पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला विपक्षी पार्टियों के झूठे प्रचार पर करारा तमाचा है। उन्होंने लोगों को गुमराह करने के लिए झूठा नैरेटिव फैलाया और हमारे उपर झूठे इल्जाम लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘प्रेशर पॉलिटिक्स’ खेल रही थी, लेकिन हाईकोर्ट ने उसे नकार दिया। अब पंजाब के लोग भी कांग्रेस को नकारेंगे।
गर्ग ने कहा कि सारी की सारी अर्जियां राजनीति से प्रेरित थी और उनका मकसद आम आदमी पार्टी और हमारी सरकार को बदनाम करना था, लेकिन हाईकोर्ट ने उन्हें सबक सिखाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का पक्षधर रही है। उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने से सरकार और पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है और न ही चुनावी प्रक्रिया में आम आदमी पार्टी का कोई हस्तक्षेप है।
नील गर्ग ने मनप्रीत बादल और राजा वड़िग का उदाहरण दिया और बताया कि कांग्रेस वाले हमारे उपर धक्केशाही का आरोप लगा रहे हैं जबकि उनके पार्टी प्रधान राजा वड़िंग गिद्दड़बाहा में मनप्रीत बादल के एक करीबी को धमकाया और उसके बेटे और पत्नी का नामांकन रद्द करने को मजबूर किया।