‘Medha Patkar को बुलाना है तो पाक नेता को भी बुला लो’ – संसदीय समिति की बैठक में बवाल, BJP सांसदों ने किया बहिष्कार
सामाजिक कार्यकर्ता Medha Patkar को संसद की स्थायी समिति की बैठक में बुलाने पर भाजपा सांसदों ने आपत्ति जताई और बैठक का बहिष्कार कर दिया। जानिए क्यों मचा बवाल और क्या कहा कांग्रेस ने।

सामाजिक कार्यकर्ता Medha Patkar को संसद की स्थायी समिति की बैठक में बुलाने पर भाजपा सांसदों ने आपत्ति जताई और बैठक का बहिष्कार कर दिया। जानिए क्यों मचा बवाल और क्या कहा कांग्रेस ने।
BJP सांसदों का संसदीय समिति बैठक से बहिष्कार: ‘Medha Patkar को बुलाया है तो पाक नेता को भी बुला लो’
नई दिल्ली: संसद की स्थायी समिति की बैठक उस समय विवाद का केंद्र बन गई जब BJP सांसदों ने सामाजिक कार्यकर्ताMedha Patkar की उपस्थिति का विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस सांसद सप्तगिरी शंकर उलाका कर रहे थे और इसका उद्देश्य भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के क्रियान्वयन पर विभिन्न विशेषज्ञों और हितधारकों की राय सुनना था।
क्यों हुआ विवाद?
BJP सांसदों का आरोप:
भाजपा सांसदों ने Medha Patkar पर सरदार सरोवर बांध के विरोध के जरिए देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। एक सांसद ने कहा:
“अगर समिति में मेधा पाटकर जैसे लोगों को बुलाना है तो फिर पाकिस्तान के नेताओं को भी बुला लो।”
उन्होंने उन्हें “देशद्रोही” करार दिया और बैठक बीच में ही छोड़ दी।
कांग्रेस की सफाई: “यह प्रक्रिया का हिस्सा है”
बैठक की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस सांसद सप्तगिरी शंकर उलाका ने सफाई दी कि संसदीय समितियों में विशेषज्ञों और समाज के विभिन्न पक्षों की राय लेना एक नियमित और आवश्यक प्रक्रिया है।
“हम भूमि अधिग्रहण पर सभी पक्षों की राय जानना चाहते थे। पाटकर पहले भी कई बार संसदीय समितियों में शामिल हो चुकी हैं।”
क्या कहा Medha Patkar ने?
Medha Patkar ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि उन्होंने पहले भी संसदीय समितियों में हिस्सा लिया है, लेकिन इस बार का अनुभव “काफी नकारात्मक” रहा।
पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा भी थे मौजूद
इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की।
बैठक रद्द क्यों हुई?
BJP सांसदों के बहिष्कार के बाद कोरम पूरा न होने के कारण अध्यक्ष उलाका ने बैठक को समाप्त कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि BJP केवल राजनीतिक कारणों से बहस से बच रही है।