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उत्तर प्रदेश : बुलंदशहर में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. छत्रपाल सिंह की अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

जिले के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. छत्रपाल सिंह का सोमवार...

Bulandshahar News : (अवनीश त्यागी) जिले के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. छत्रपाल सिंह का सोमवार की सायं उनके पैतृक गांव बिगराऊं में अंतिम संस्कार हुआ। राजकीय सम्मान के साथ हुए अंतिम संस्कार में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर छत्रपाल सिंह के अंतिम दर्शन करने के लिए भारी भीड़ पहुंची। सरल स्वभाव और अतियंत मृदु भाषी डॉ. छत्रपाल सिंह 79 वर्ष के थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही पार्टी कार्यकर्ता, उनके समर्थकों व गांव बिगराऊं में शोक छा गया। पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिगराऊं पहुंचा तो अंतिम यात्रा में शामिल होने व श्रद्धांजली देने के लिए सांसद, मंत्री, विधायकों, पार्टी पदाधिकारियो व कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उनके बड़े पुत्र हेमंत लोधी ने मुखाग्नि दी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फेसबुक अकाउंट के माध्यम से पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए परिजनों को सांत्वना दी है।

ऐसे शुरू हुआ था राजनीती सफर

मुख्यमंत्री ने शोक सांत्वना व्यक्त करते हुए डॉ. छत्रपाल सिंह के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। यूपी सरकार के मंत्री डॉ अरुण सक्सेना, बुलंदशहर सांसद डॉ भोला सिंह, एटा के पूर्व सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया, भाजपा जिलाध्यक्ष विकास चौहान, विधायक लक्ष्मीराज सिंह, विधायक मीनाक्षी सिंह, विधायक देवेंद्र लोधी, विधायक सीपी सिंह, कासगंज विधायक, नगरपालिका चेयरमैन ऋषि पाल सिंह, ओमदत्त लोधी आदि रहे। ‌बतातें चलें कि बुलंदशहर के स्याना तहसील क्षेत्र गांव बिगराऊं के मूल निवासी डॉ. छत्रपाल सिंह बुलंदशहर लोकसभा सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं। उनका राजनीतिक सफर 1980 में स्याना विधानसभा से जनता पार्टी (एस) के टिकट पर शुरू हुआ। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने 1991, 96, 98 और 1999 में बुलंदशहर से सांसद के रूप में जीत दर्ज की।

उड़ीसा से राज्यसभा भेजा

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जनवरी 2003 में उन्हें केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन राज्यमंत्री बनाया गया। 2004 में भाजपा ने उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को बुलंदशहर से टिकट दिया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें उड़ीसा से राज्यसभा भेजा। एक समय कल्याण सिंह के करीबी माने जाने वाले छत्रपाल सिंह, कल्याण सिंह के भाजपा छोड़ने के बाद बीजेपी में ही बने रहे। इसी वजह से दोनों नेताओं के बीच दूरियां बढ़गईं। फिलहाल वह बुलंदशहर नगर टीचर्स कॉलोनी में रह रहे थे।

 

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