
नई दिल्ली, 25 मई : लाइबेरियाई कंटेनर पोत एमएससी एल्सा 3 रविवार सुबह करीब 7 बजकर 50 मिनट पर कोच्चि (केरल) के पास अरब सागर में समा गया। इस विदेशी मालवाहक जहाज पर रूस व जॉर्जिया के एक- एक, यूक्रेन के 2 और फिलीपींस के 20 नाविकों समेत कुल 24 लोग सवार थे। इनमें से 21 नाविकों को भारतीय तट रक्षक ने और 03 को आईएनएस सुजाता ने बचाया।
दरअसल, शनिवार को दोपहर 1:25 पर भारतीय तटरक्षक बल को कोच्चि से लगभग 38 समुद्री मील दूर लाइबेरियाई ध्वज वाले कंटेनर पोत एमएससी ईएलएसए 3 पर संकट के बारे में सूचना प्राप्त हुई। यह पोत स्टारबोर्ड की तरफ 26 डिग्री झुक चुका था और कभी भी पलट सकता था। इस पोत के स्वामित्व वाली शिपिंग कंपनी पोत के साथ संचार स्थापित करने में असमर्थ थी और उसने पोत पर सवार 24 चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईसीजी से सहायता का अनुरोध किया था। 640 कंटेनरों के साथ डूबे जहाज में से 13 खतरनाक माल और 12 कैल्शियम कार्बाइड से युक्त थे। इसमें 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल भी भरा हुआ था। जहाज के डूबने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
सूचना मिलने के बाद कोच्चि स्थित आईसीजी जिला मुख्यालय ने अपने समुद्री बचाव उप-केंद्र के आईसीजी डोर्नियर विमान को हवाई निगरानी करने और पोत के साथ संचार स्थापित करने का काम सौंपा। विमान ने पोत का पता लगाया और पानी में क्रमशः 05 और 04 जीवित बचे लोगों के साथ दो जीवन रक्षक नौकाओं की पहचान की और आसपास के दो व्यापारिक जहाजों एमवी हान यी और एमएससी सिल्वर 2 को भी संकटग्रस्त जहाज की ओर मोड़ दिया।
आईसीजी डोर्नियर विमान ने जीवित बचे लोगों के बचाव के लिए जीवन रक्षक नौकाओं को आकाश मार्ग से संकटग्रस्त जहाज पर गिराया। चालक दल के 12 और सदस्य जहाज को छोड़ कर आईसीजी जीवन रक्षक नौका पर चढ़ गए जिन्हें आईसीजी जहाज अर्नवेश ने बचा लिया। एमवी हान यी ने दो जीवन रक्षक नौकाओं से 09 जीवित लोगों को बचाया। हालांकि, रातों-रात जहाज की हालत खराब हो गई और 25 मई की सुबह यह पलट गया। चालक दल के तीन सदस्यों को जहाज छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और उन्हें आईएनएस सुजाता ने बचा लिया।
रूस सहित 4 देशों के नाविक थे सवार
184 मीटर लंबा कंटेनर जहाज एमएससी ईएलएसए- 3 शुक्रवार को तिरुवनंतपुरम के पास विझिनजाम बंदरगाह से कोच्चि बंदरगाह के लिए रवाना हुआ था। 25 मई की तड़के यह जहाज 3 तेजी से झुका और 09 डिग्री 18.76 एन 076 डिग्री 08.12 ई पर पलट गया और डूब गया। 24 चालक दल में 01 रूसी (मास्टर), 02 यूक्रेनी, 01 जॉर्जियाई और 20 फिलीपींस के नागरिक शामिल हैं। जहाज के टैंकों में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल था।
समुद्री प्रदुषण पर नजर
भारतीय तटरक्षक एमएससी एल्सा 3 के डूबने के बाद किसी भी तेल या रासायनिक रिसाव के साथ पर्यावरणीय प्रभाव की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। उन्नत तेल रिसाव मानचित्रण तकनीक वाले आईसीजी विमान स्थिति का आकलन कर रहे हैं। हालांकि, किसी भी तेल रिसाव की सूचना नहीं मिली है। लेकिन आईसीजी जहाज सक्षम को प्रदूषण प्रतिक्रिया उपकरणों के साथ घटनास्थल पर तैनात कर दिया गया है। दरअसल, केरल का संवेदनशील तट एक जीवंत जैव विविधता के साथ-साथ एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण का भी केंद्र है।