
नई दिल्ली, 9 मई : राजधानी दिल्ली अब बाल चिकित्सा सुविधा के मामले में भी अव्वल बनने जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कलावती सरन बाल अस्पताल में 1000 बेड क्षमता वाले ब्लॉक का निर्माण करने का फैसला किया है जो अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस होगा। इसे रिसर्च सेंटर के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
इस ब्लॉक में नवजात शिशु से लेकर सभी आयु वर्ग के बच्चों का इलाज नवीन तकनीकों से किया जाएगा। साथ ही बच्चों को दुर्लभ और गंभीर रोगों से निजात दिलाने के लिए शोध कार्य संपन्न किए जाएंगे। इस ब्लॉक में कैंसर, हृदय रोग, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर और अन्य गंभीर रोगों के उपचार उपलब्ध कराए जाएंगे। बच्चों के लिए विशेष आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और डायग्नोस्टिक सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे। बता दें कि 1956 में 50 बेड क्षमता के साथ शुरू कलावती अस्पताल में 377 बिस्तर की सुविधा मौजूद है। यहां 84 बिस्तरों के साथ दिल्ली का सबसे बड़ा नवजात शिशु विंग भी है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने कलावती सरन बाल अस्पताल का आधुनिकीकरण करने की योजना बनाई है। इसके लिए ना सिर्फ 1000 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूर किया गया है। बल्कि 500 करोड़ रुपये जारी भी कर दिए गए हैं। इस राशि से अस्पताल का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इससे दिल्ली-एनसीआर ही नहीं देशभर से इलाज के लिए दिल्ली आने वाले लोगों को फायदा मिल सकेगा। साथ ही एम्स दिल्ली और आरएमएल अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों को भारी भीड़ से राहत मिल सकेगी।
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