नई दिल्ली: पिनाका के लिए स्वदेशी रॉकेट खरीद समझौता संपन्न
नई दिल्ली: -सेना की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए खर्च किए जाएंगे 10,147 करोड़ रुपये
नई दिल्ली, 6 फरवरी: भारतीय सेना की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (एमएलआरएस) के रॉकेट खरीदने के लिए अनुबंध किया है। इसके तहत सेना के तोपखानों को और मजबूत करने के लिए दो अनुबंधों पर 10 हजार 147 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
दरअसल, एमएलआरएस के एरिया डेनियल म्यूनिशन (एडीएम) टाइप-1 में एक विशेष वारहेड है जो मशीनीकृत बलों, वाहनों और कर्मियों को लक्षित करते हुए बड़े क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गोला-बारूद से हमला कर सकता है। इससे दुश्मन को विशिष्ट क्षेत्रों पर हमला करने से रोका जा सकता है। इसके एक रॉकेट की मारक क्षमता 45 किमी है जो पाकिस्तान और चीन दोनों ही सीमाओं के लिए प्रभावी है। वहीं, दूसरा रॉकेट 75 किलोमीटर और उससे भी अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेद सकता है। पिनाका एमबीआरएल को डीआरडीओ ने विकसित किया है। जो अब पिनाका के लिए 120 किमी तक मारक क्षमता वाले एक अन्य रॉकेट को विकसित करने के अंतिम चरण में है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में रॉकेट खरीद के लिए इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड (ईईएल) और म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) के साथ दो अलग- अलग अनुबंध किए गए हैं। वहीं, शक्ति सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने का काम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) को सौंपा गया है। इन परियोजनाओं के माध्यम से भारतीय एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलने के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार सृजन में वृद्धि होने की उम्मीद है। बता दें कि यूरोपियन देश आर्मेनिया पिनाका रॉकेट लांचर खरीदने के लिए ऑर्डर दे चुका है और कई अन्य देश इसमें रुचि दिखा रहे हैं।