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Sankranthiki Vasthunam Movie Review:  वेंकटेश की फिल्म में मनोरंजन का तड़का, लेकिन कहानी में कमी

Sankranthiki Vasthunam Movie Review:  वेंकटेश की संक्रांतिकी वस्थुन्नम मनोरंजन से भरपूर है। दमदार अभिनय और म्यूजिक के बावजूद कहानी में ट्विस्ट की कमी दर्शकों को खटक सकती है।

Sankranthiki Vasthunam Movie Review:  वेंकटेश की संक्रांतिकी वस्थुन्नम मनोरंजन से भरपूर है। दमदार अभिनय और म्यूजिक के बावजूद कहानी में ट्विस्ट की कमी दर्शकों को खटक सकती है।

Sankranthiki Vasthunam Movie Review:  मनोरंजन के साथ हल्की कहानी का मेल

वेंकटेश की बहुप्रतीक्षित फिल्म “संक्रांतिकी वस्थुन्नम” ने इस संक्रांति पर सिनेमाघरों में धमाल मचाया।
फिल्म में वेंकटेश ने एक जिम्मेदार पति, पुलिस ऑफिसर और एक्शन हीरो के रूप में शानदार प्रदर्शन किया।
हालांकि, कमजोर कहानी और धीमे सेकंड हाफ ने फिल्म को पूरी तरह बेहतरीन बनने से रोक दिया।

Sankranthiki Vasthunam Movie Review कहानी: सरल और प्रिडिक्टेबल प्लॉट

फिल्म की कहानी सत्य अकेला (श्रीनिवास अवसरला) के किडनैपिंग के इर्द-गिर्द घूमती है।

  • मीनाक्षी चौधरी, जो इस केस को सुलझा रही हैं, अपने एक्स-लवर और पूर्व पुलिस ऑफिसर यदागिरी (वेंकटेश) की मदद लेती हैं।
  • यदागिरी, जो अब एक साधारण पारिवारिक जीवन जी रहे हैं, मिशन में वापस आते हैं।
  • किडनैपिंग के पीछे का रहस्य और मिशन का अंजाम जानने के लिए दर्शकों को फिल्म देखनी होगी।

Sankranthiki Vasthunam Movie Review | Sankranthiki Vasthunam Movie Public  Talk | Venkatesh - YouTube

Sankranthiki Vasthunam Movie Review प्लस पॉइंट्स: वेंकटेश और मनोरंजन का तड़का

  1. वेंकटेश का दमदार प्रदर्शन:
    • वेंकटेश ने हर पहलू में बेहतरीन काम किया, चाहे वह एक्शन हो, कॉमेडी हो, या इमोशनल सीन्स।
  2. कॉमेडी और इमोशन का संतुलन:
    • फिल्म का फर्स्ट हाफ एंटरटेनिंग है और दर्शकों को बांधे रखता है।
  3. म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर:
    • फिल्म का म्यूजिक कहानी को और रोमांचक बनाता है।

Sankranthiki Vasthunnam Full Movie In Hindi Dubbed | Venkatesh | Aishwarya  Rajesh | Review & Facts

Sankranthiki Vasthunam Movie Review माइनस पॉइंट्स: कहानी में कमी

  1. सिंपल और प्रिडिक्टेबल कहानी:
    • फिल्म में ट्विस्ट और टर्न्स की कमी है। आगे क्या होगा, यह पहले से अनुमान लगाया जा सकता है।
  2. अन्य कलाकारों का कम उपयोग:
    • मीनाक्षी चौधरी, ऐश्वर्या राजेश, और अन्य कलाकारों को पर्याप्त स्क्रीन टाइम नहीं मिला।
  3. लंबाई और धीमा सेकंड हाफ:
    • फिल्म का सेकंड हाफ थोड़ा स्लो है, और कुछ सीन्स अनावश्यक रूप से लंबे लगते हैं।

निष्कर्ष:

“संक्रांतिकी वस्थुन्नम” एक मनोरंजक फिल्म है, खासकर वेंकटेश के प्रशंसकों के लिए।
हालांकि, कमजोर कहानी और धीमा सेकंड हाफ इसे एक बार देखने योग्य फिल्म बना देते हैं।
रेटिंग: 🌟🌟🌟/5

 

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