भारत -भूटान ने खाद्य सुरक्षा एवं विनियामक मानकों पर सहयोग बढ़ाया
- व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए विकसित किया जाएगा कार्यात्मक तंत्र
नई दिल्ली, 22 सितम्बर :भारत और भूटान खाद्य सुरक्षा एवं विनियामक मानकों के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग करेंगे। इस आशय की जानकारी शनिवार को भारत मंडपम में आयोजित वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के दौरान सामने आई जब बीते 21 मार्च को संपन्न पीएम मोदी की भूटान यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित समझौते पर कार्यान्वयन की आधिकारिक घोषणा की गई।
समझौते का उद्देश्य भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा खाद्य व्यवसाय संचालकों (एफबीओ) पर भूटान खाद्य और औषधि प्राधिकरण (बीएफडीए) द्वारा प्रयोग किए जाने वाले आधिकारिक नियंत्रण को मान्यता देना है। इस समझौते का उद्देश्य एफएसएसएआई और बीएफडीए के बीच तकनीकी सहयोग को बढ़ाना है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को सुविधाजनक बनाने और विकसित करने के लिए एक कार्यात्मक तंत्र स्थापित हो सके।
एफएसएसएआई के सीईओ जी. कमला वर्धन राव ने कहा कि “आज की बैठक खाद्य सुरक्षा और व्यापार सुविधा के क्षेत्र में भूटान के साथ हमारी साझेदारी में एक महत्वपूर्ण विकास को दर्शाती है। समझौता और हमारी चर्चाओं के परिणाम व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और खाद्य सुरक्षा मानकों को बढ़ाने के लिए तैयार हैं। सीईओ के मुताबिक यह समझौता खाद्य सुरक्षा बढ़ाने, नियामक ढांचे को संरेखित करने, खाद्य आयात प्रक्रिया को सरल बनाने और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आपसी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।