तीन घंटे तक डिजिटली गिरफ्तार कर इंजीनियर से 20 लाख रुपये ठगे
तीन घंटे तक डिजिटली गिरफ्तार कर इंजीनियर से 20 लाख रुपये ठगे
अमर सैनी
नोएडा। साइबर जालसाजों ने एक महिला आईटी इंजीनियर को धमकी देकर 20 लाख रुपये ठग लिए कि ईरान भेजे जा रहे पार्सल में नशीले पदार्थ और अन्य आपत्तिजनक सामान हैं। जालसाजों ने उसे करीब साढ़े तीन घंटे तक डिजिटली गिरफ्तार करके रखा। महिला ने तुरंत लोन लेकर जालसाजों के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। पीड़िता के पति ने साइबर क्राइम थाने में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
सेक्टर-82 निवासी मनोज कुमार ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी आईटी इंजीनियर हैं। फिलहाल वह घर से ही काम कर रही हैं। हाल ही में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उनकी पत्नी घर पर अकेली थीं, तभी उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को फेडेक्स इंटरनेशनल कूरियर सर्विस का कर्मचारी बताया। साथ ही उसने कहा कि महिला के नाम से एक कूरियर ईरान जा रहा है। इसमें नशीले पदार्थ और अन्य आपत्तिजनक सामान हैं। अधिक जानकारी के लिए महिला से मोबाइल पर एक बटन दबाने को कहा गया। इतना करते ही कॉल मुंबई साइबर क्राइम के कथित अधिकारियों के पास चली गई। महिला को बताया गया कि इस मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसके तुरंत बाद जालसाजों ने महिला को स्काइप कॉल से जोड़ा। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे का डर दिखाकर ठगों ने उसे घटना की जानकारी किसी और से साझा न करने की हिदायत दी। साथ ही महिला को घर के अंदर ही डिजिटल तरीके से गिरफ्तार कर लिया गया।
लोन लेकर दिए 20 लाख रुपए
मामले को लेकर महिला से पूछताछ करते हुए जालसाजों ने बताया कि मोहम्मद इस्लाम नाम का व्यक्ति पिछले सात महीने से उसका आधार कार्ड इस्तेमाल कर रहा है। उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। उस पर लोन लेने का दबाव बनाया गया। महिला से पिछले एक साल में उसके खातों से हुए ट्रांजेक्शन, डेबिट कार्ड व अन्य दस्तावेजों की जानकारी मांगी गई। इसके बाद जेल भेजने की धमकी देकर उसे निजी बैंक से 20 लाख रुपये का लोन लेने को कहा गया। कथित पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि जांच के बाद पूरी रकम उसके खाते में वापस कर दी जाएगी। जेल जाने से बचने के लिए डरी हुई महिला ने 20 लाख रुपए का तत्काल लोन लिया और जालसाज के बताए खाते में रकम भेज दी। पैसे ट्रांसफर होने के दस मिनट बाद जालसाजों ने महिला से संपर्क तोड़ दिया। महिला को करीब साढ़े तीन घंटे तक डिजिटल नजरबंद रखा गया।