
अमर सैनी
नोएडा। शहर में मंगलवार को तीन ऑटो स्कूली बच्चों को ठूंस-ठूंस कर ले जाते पकड़े गए। चालक के पास न तो ड्राइविंग लाइसेंस था और न ही जरूरी दस्तावेज। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने तीनों ऑटो के कुल 21 हजार रुपये के चालान किए गए।
अष्टमी के कारण शहर के कम स्कूल खुले थे। ज्यादातर बड़ी कक्षाओं की छुट्टी थी। कुछ स्कूलों में सिर्फ छोटी कक्षा के बच्चों को बुलाया गया था, इसलिए स्कूल के कम वाहन सड़क पर थे। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने सेक्टर-32 और 33 में जांच अभियान चलाया। इस दौरान तीन ऑटो पकड़े गए, जिसमें छोटे-छोटे बच्चे ढोए जा रहे थे। एआरटीओ प्रवर्तन डॉ. उदित नारायण पांडे ने कहा कि चालक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखा सके। चालक का कहना था कि ड्राइविंग लाइसेंस उनके घर पर रह गया है। प्रत्येक ऑटो का सात-सात हजार रुपये का चालान किया गया। उन्होंने कहा कि ऑटो, ई-रिक्शा और निजी वैन में बच्चों को ढोना प्रतिबंधित है। यदि इसमें बच्चे ढोए जाते हैं, तो इन्हें जब्त करने का नियम है। हालांकि, ऑटो में बच्चे बैठे होने के कारण उन्हें जब्त नहीं किया गया है। यदि ऑटो को जब्त कर लिया जाता तो बच्चों को उनके घर पहुंचाना मुश्किल था। एआरटीओ प्रवर्तन ने कहा कि प्रतिबंधित वाहनों पर बच्चों को ढोने के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा। स्कूल बस की भी जांच जारी रहेगी। कमी मिलने पर जब्त और चालान की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि सुरक्षित वाहन में बच्चों को स्कूल भेजें। प्रतिबंधित वाहनों में बच्चों को स्कूल भेजकर उनके जीवन से खिलवाड़ न करें।