Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा पश्चिमी यूपी का आर्थिक इंजन, 5000 से अधिक रोजगार के अवसर तैयार

Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा पश्चिमी यूपी का आर्थिक इंजन, 5000 से अधिक रोजगार के अवसर तैयार
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) अब केवल एक हवाईअड्डा परियोजना नहीं, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आर्थिक दिशा बदलने वाला विकास मॉडल बनकर उभर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट समयबद्ध निर्माण, वैश्विक मानकों और क्षेत्रीय विकास को एक साथ जोड़ते हुए प्रदेश की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल हो गया है। राज्य सरकार ने इसे केवल एक ट्रांसपोर्ट हब नहीं, बल्कि एक इकॉनोमिक ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे लाखों लोगों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह परियोजना उन किसानों और प्रभावित परिवारों के लिए नए अवसर लेकर आ रही है, जिन्होंने अपनी भूमि देकर इसे आकार दिया है। मुख्यमंत्री की पहल पर PAF (Project Affected Families) के लिए विशेष स्कीमें लागू की गई हैं, ताकि उन्हें रोजगार, ट्रेनिंग और सामाजिक सुरक्षा का अधिकतम लाभ मिल सके। एयरपोर्ट के निर्माण में टाटा प्रोजेक्ट्स, इंडियन ऑयल, बर्ड ग्रुप सहित 30 से अधिक शीर्ष निजी कंपनियाँ PPP मॉडल के तहत जुड़ी हैं, जो इस क्षेत्र को औद्योगिक गतिविधियों का नया केंद्र बनाएंगी। लगभग 5000 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिनमें न्यूनतम मजदूरी, पीएफ, ईएसआई और ग्रेच्युटी सहित सभी सरकारी लाभ शामिल हैं।
रोजगार और कौशल विकास को लेकर भी व्यापक तैयारी की गई है। PAF युवाओं को नौकरी से जोड़ने के लिए ऑनलाइन करियर पोर्टल बनाया गया है, जिस पर 180 से अधिक युवाओं का पंजीकरण हो चुका है। तीन विशेष भर्ती शिविरों में 300 से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया, जिनमें से 24 को जॉब ऑफर जारी किए गए। ITI जेवर को आधुनिकीकृत कर पैसेंजर हैंडलिंग और रैंप ऑपरेशन जैसे विशेष कोर्स शुरू किए गए, जिनमें से 28 प्रशिक्षुओं में 24 युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ। साथ ही 100 से अधिक युवाओं को इंग्लिश और सॉफ्ट स्किल्स की ट्रेनिंग देकर उन्हें एयरपोर्ट सेक्टर में काम करने लायक तैयार किया गया है। इन सभी गतिविधियों की निगरानी NIAL, YIAPL और जिला प्रशासन की संयुक्त समिति कर रही है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का ऐसा आधुनिक एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जो नेट-जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य पर काम करेगा। एयरपोर्ट का डिजाइन स्विस तकनीक और भारतीय अतिथि सत्कार का मिश्रण प्रदर्शित करेगा। प्रारंभिक चरण में यह एयरपोर्ट 1.2 करोड़ यात्रियों को सालाना संभालने की क्षमता रखेगा, जिससे पर्यटन, व्यापार, उद्योग और लॉजिस्टिक क्षेत्र में तेजी आएगी। एयरपोर्ट के संचालन से आसपास के क्षेत्रों में होटल, वेयरहाउसिंग, ट्रांसपोर्ट, ई-कॉमर्स और सर्विस सेक्टर में हजारों परोक्ष रोजगार भी उत्पन्न होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच इस परियोजना में साफ झलकती है। यह केवल यूपी की अधोसंरचना में सुधार नहीं, बल्कि पश्चिमी यूपी को एक बड़े आर्थिक हब में बदलने की दिशा में निर्णायक कदम है। आने वाले वर्षों में यह एयरपोर्ट युवाओं, किसानों और उद्योगपतियों के लिए अवसरों का विशाल केंद्र बनने जा रहा है, जो पूरे क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाई देगा।





