Noida Cyber Fraud: बिजली का मीटर लगवाने के नाम पर 3.74 लाख रुपये की ठगी, गूगल सर्च से मिला नंबर बना मुसीबत

Noida Cyber Fraud: बिजली का मीटर लगवाने के नाम पर 3.74 लाख रुपये की ठगी, गूगल सर्च से मिला नंबर बना मुसीबत
नोएडा। देश में बढ़ते साइबर अपराधों की एक और बड़ी घटना सामने आई है, जहां ठगों ने बिजली मीटर लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति से 3.74 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित ने गूगल पर बिजली विभाग का संपर्क नंबर खोजकर कॉल किया था, लेकिन वह नंबर फर्जी निकला। जालसाज ने खुद को बिजली कंपनी का कर्मचारी बताते हुए बैंक विवरण हासिल किया और खाते से भारी भरकम रकम निकाल ली। यह घटना ऑनलाइन सर्च और डिजिटल भुगतान के नाम पर हो रही ठगी के खतरों की ओर गंभीर संकेत देती है।
ग्रेटर नोएडा के कुलेसरा गांव निवासी ब्रिजेश, जो पेशे से ज्योतिष का काम करते हैं, ने पुलिस को बताया कि वह अपने घर में नया बिजली मीटर लगवाने के लिए ऑनलाइन नंबर तलाश रहे थे। 27 नवंबर को एक व्यक्ति ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुए कॉल की और कहा कि मीटर इंस्टॉल करने के लिए 13 रुपये का पंजीकरण शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा।
पीड़ित ने धोखे में आकर शुल्क जमा करने का प्रयास किया, जिसके दौरान ठगों ने उनसे बैंक खाते की महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद कॉल बंद कर दी गई। अगले दिन ब्रिजेश को सात अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए कुल 3.74 लाख रुपये कटने के मैसेज आए, जिसके बाद उन्हें समझ आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं।
घटना के बाद पीड़ित ने तुरंत एनसीआरपी पोर्टल और साइबर अपराध थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि
जिन बैंक खातों में रकम भेजी गई है, उन खातों को फ्रीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और साइबर सेल डेटा ट्रैक कर रही है।
पुलिस ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि
- किसी भी सरकारी विभाग का संपर्क नंबर गूगल सर्च से सत्यापित नहीं माना जाना चाहिए।
- कभी भी किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर बैंक जानकारी, OTP या UPI पिन साझा न करें।
- संदिग्ध लेनदेन की स्थिति में तुरंत बैंक और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता और सतर्कता पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गई है।





