Noida Drug Bust: नोएडा में ऑनलाइन ऐप के जरिए गांजा सप्लाई करने वाला गैंग बेनकाब, 10 किलो से अधिक अवैध माल सहित तीन तस्कर गिरफ्तार

Noida Drug Bust: नोएडा में ऑनलाइन ऐप के जरिए गांजा सप्लाई करने वाला गैंग बेनकाब, 10 किलो से अधिक अवैध माल सहित तीन तस्कर गिरफ्तार
रिपोर्ट: अमर सैनी
नोएडा पुलिस ने ऑनलाइन ऐप्स का इस्तेमाल कर गांजे की तस्करी करने वाले एक गैंग को बेनकाब करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना सेक्टर-113 पुलिस द्वारा की गई इस बड़ी कार्रवाई में 10 किलो 100 ग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया है, जिसमें OG, Mango, Shillong और अन्य प्रीमियम वैरिएंट शामिल हैं। पुलिस ने ड्रग पैकिंग में उपयोग आने वाली नामी कंपनियों की फर्जी पॉलीथीन पैकिंग, डिजिटल पेमेंट स्लिप्स और नकली ऑर्डर रसीदें भी जब्त की हैं। पुलिस के अनुसार यह गैंग अत्याधुनिक तरीके से तस्करी करता था, ताकि डिलीवरी के दौरान पकड़े जाने की स्थिति में दोष डिलीवरी राइडर पर आए और असली सप्लायर बचकर निकल सके।
पुलिस जांच के दौरान खुलासा हुआ कि यह गैंग ऑनलाइन लोकेशन सेट करता था और डिजिटल भुगतान स्वीकार करने के बाद डिलीवरी ऐप्स और नकली पार्सल पैकिंग का सहारा लेकर गांजे के पैकेट तय जगह पर छोड़ देता था। पार्सल का डिजाइन बिल्कुल असली ऑनलाइन डिलीवरी पैकेज जैसा होता था, जिससे किसी को शक नहीं होता था। तस्करी की यह तकनीक पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन सक्रिय सर्विलांस और गुप्त सूचना की मदद से पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर गैंग को धर दबोचा।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान योगेंद्र प्रताप सिंह, सूरज उर्फ रूद्र सिंह और शिवकेश त्रिपाठी के रूप में हुई है। इनमें से मुख्य आरोपी योगेंद्र प्रताप पहले नोएडा की एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। उसी दौरान उसने ड्रग तस्करी का नेटवर्क विकसित किया और कुछ समय में इसे NCR के कई इलाकों तक फैला दिया। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि प्रीमियम क्वालिटी के गांजे की मांग बढ़ने के कारण वे इस कारोबार में तेजी से विस्तार कर रहे थे। फिलहाल तीनों के खिलाफ थाना सेक्टर-113 में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
नोएडा पुलिस और सर्विलांस टीम की यह कार्रवाई ड्रग नेटवर्क को रोकने की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है। डीसीपी नोएडा जोन यमुना प्रसाद ने कहा है कि युवाओं को नशे के जाल से बचाने और ड्रग सप्लाई चेन को खत्म करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसे अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे।





