Swami Mahendra Das Ji: स्वामी महेंद्र दास जी ने सराहा युवा क्रांति सेना का योगदान, कहा – सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण में युवा निभा रहे अग्रणी भूमिका

Swami Mahendra Das Ji: स्वामी महेंद्र दास जी ने सराहा युवा क्रांति सेना का योगदान, कहा – सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण में युवा निभा रहे अग्रणी भूमिका
नोएडा। सेक्टर-63 स्थित समाजसेवी और उद्योगपति डॉ. पीयूष द्विवेदी के कार्यालय में आज एक विशेष आध्यात्मिक एवं सामाजिक संवाद का आयोजन हुआ, जिसमें राम मंदिर ट्रस्ट एवं कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख, परम पूजनीय महंत नृत्य गोपाल दास जी के उत्तराधिकारी स्वामी महेंद्र दास जी ने युवा क्रांति सेना की टीम से भेंट की। इस अवसर पर सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति, समाज सेवा और युवाओं की भूमिका पर गहन चर्चा हुई।
स्वामी महेंद्र दास जी ने युवा क्रांति सेना द्वारा समाज में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में जब युवा वर्ग आधुनिकता की दौड़ में अपनी जड़ों से दूर होता जा रहा है, ऐसे में इस संगठन द्वारा संस्कार, सेवा और धर्म की भावना को पुनर्जीवित करने का प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि युवा क्रांति सेना न केवल समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना फैला रही है, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी एक मजबूत नींव तैयार कर रही है।
उन्होंने कहा, “आज के युग में युवा शक्ति यदि सही दिशा में प्रयुक्त हो, तो वह समाज परिवर्तन की सबसे बड़ी शक्ति बन सकती है। युवा क्रांति सेना इसी दिशा में कार्य कर रही है — यह न केवल सनातन संस्कृति का संरक्षण है, बल्कि भावी भारत की नींव को भी सुदृढ़ बना रही है।”
कार्यक्रम के दौरान नेक्सजेन एनर्जिया के अध्यक्ष डॉ. पीयूष द्विवेदी ने कहा कि स्वामी महेंद्र दास जी का सान्निध्य आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत है। उनके मार्गदर्शन से धर्म, समाज सेवा और राष्ट्रहित के कार्यों में नई दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक सोच और सेवा भाव के साथ काम करने वाले संगठनों की आवश्यकता आज पहले से कहीं अधिक है।
युवा क्रांति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश सिंह ने बताया कि संगठन संतों के मार्गदर्शन में समाज में भक्ति, सेवा, संस्कार और पर्यावरण संरक्षण की भावना को सशक्त करने के लिए सतत कार्यरत है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युवा क्रांति सेना देशभर में सनातन धर्म, शिक्षा जागरूकता, नारी सम्मान और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर जनहित अभियानों को और गति देगी।
कार्यक्रम के अंत में स्वामी महेंद्र दास जी ने सभी युवाओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि राष्ट्र और धर्म के लिए सेवा ही सर्वोच्च साधना है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हर युवा अपने भीतर सेवा और संस्कार की ज्योति प्रज्वलित करे — यही सच्चे अर्थों में सनातन संस्कृति का सशक्तीकरण है।





