Kanpur: कानपुर पहुंचे बिहार के राज्यपाल, शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलकर जताया दुख

Kanpur: कानपुर पहुंचे बिहार के राज्यपाल, शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलकर जताया दुख
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के लाल शुभम द्विवेदी के घर आज बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे। उन्होंने शुभम के परिजनों से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और इस अपूरणीय क्षति पर दुख जताया। राज्यपाल का यह दौरा शोकाकुल परिवार के लिए सांत्वना का स्रोत बना, वहीं पूरे देश में एक बार फिर शहीदों के सम्मान और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदमों की मांग तेज कर दी है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शहीद के घर पर भावुक होते हुए कहा, “इस दुख को शब्दों में भी व्यक्त नहीं किया जा सकता है। शुभम की शहादत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए भारी क्षति है।” उन्होंने आगे कहा कि इस बलिदान ने पूरे देश में नई चेतना और एकजुटता का भाव पैदा किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस शहादत के बाद केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर आतंकवाद के खिलाफ ऐसी निर्णायक कार्रवाई करेंगी कि फिर कोई भी इस तरह की कायराना हरकत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा।
राज्यपाल ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि देश उनके साथ खड़ा है और शहीद शुभम द्विवेदी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा भारत शुभम को सलाम कर रहा है और उनकी शहादत देशवासियों के दिलों में नई ऊर्जा और संकल्प पैदा कर रही है। इस दौरान शुभम के माता-पिता और परिजनों की आंखों में आंसू थे, लेकिन वे अपने बेटे के बलिदान पर गर्व भी महसूस कर रहे थे।
शुभम द्विवेदी हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में ड्यूटी के दौरान आतंकियों के हमले का शिकार हुए थे। इस हमले में उन्होंने अपनी जान गंवा दी लेकिन बहादुरी से अंतिम सांस तक आतंकियों का मुकाबला किया। उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले शुभम की शहादत की खबर मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई थी और अब उनके गांव में देशभर से लोग श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं।
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है और अब समय आ गया है कि इसका जड़ से सफाया किया जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि शुभम जैसे वीर जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा और देश की सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल करेंगी।
शहीद के घर मौजूद स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राज्यपाल की बातों का समर्थन करते हुए परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। गांव में अब भी गमगीन माहौल है लेकिन साथ ही देशभक्ति का जोश भी साफ महसूस किया जा सकता है। लोग शुभम की शहादत को सलाम कर रहे हैं और उनके परिवार के साहस को नमन कर रहे हैं।
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