West Bengal : इस 23 वर्षीय युवक ने देश के प्रति दिखाई अनोखी भक्ति, टूथपिक पर बना डाला o.1 सेंटीमीटर का देश का सबसे छोटा तिरंगा झंडा…

Asansol (अमर देव) : 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हमारा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है, इस पावन अवसर पर देशभर के स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तरों में ध्वजारोहण किया जाएगा, इसके अलावा भारत सरकार के “हर घर तिरंगा” अभियान के तहत घरों और सार्वजनिक जगहों पर भी झंडा फहराया जाएगा, यूँ कहें तो 15 अगस्त को हमारा पूरा देश -देश भक्ति मे पूरी तरह डूबकर सराबोर हो जायेगा, जिसकी तैयारियां भी पूरी हो चुकी है, इसी बिच पश्चिम बंगाल आसनसोल बराकर बेगुनिया के रहने वाले 12 वीं पास कर चुके सीएमए की तैयारी कर रहे 23 वर्षीय युवक अभिषेक मोदक देश के प्रति अपनी एक ऐसी देश भक्ति दिखाई है और तैयारी की है जिस तैयारी ने हर किसी को पीछे छोड़ दिया है।
अभिषेक ने टूथपिक पर 0.1 सेंटीमीटर का एक राष्ट्रीय ध्वज बना डाला है, जो राष्ट्रीय ध्वज टूथपिक पर बना देश का सबसे छोटा राष्ट्रीय ध्वज माना जा रहा है, इसके अलावा अभिषेक ने देश के लिये 0.5 सेंटीमीटर चावल के दाने पर भी देश का तिरंगा झंडा बनाया है, जिस चावल की लंबाई 6 एमएम तो चौड़ाई 4 एमएम है, वहीं 1 सेंटीमीटर के एक पेंसिल पर भी अभिषेक ने देश के नाम एक तिरंगा झंडा बनाया है और देश के प्रति अपनी अनोखी देश भक्ति दिखाई है, अभिषेक की अगर माने तो उसने लॉक डाउन के समय घर मे रहकर माईक्रो आर्ट बनाने की शुरुआत की थी और एक के बाद एक अभिषेक ने कई आर्ट बनाकर आसनसोल ही नही बल्कि पुरे राज्य के लोगों का दिल जीता, अभिषेक ने बताया वह हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अनोखे -अनोखे तरीके से राष्ट्रीय ध्वज बनाता है और देश के प्रति अपनी अनोखी देश भक्ति दिखता है, इस वर्ष अभिषेक ने देश के प्रति अपनी ऐसी भक्ति दिखाई है और उस भक्ति को टूथपिक व चावल के दाने और पेंसिल पर उकेरा है।
उसे देख आज पूरा देश कायल हो गया है, अभिषेक के पिता रंजीत मोदक बराकर मे एक होटल चलाते हैं, वहीं अभिषेक की माँ गृहणी है और घर का सारा काम देखती है, इसके अलावा अभिषेक की एक बहन है जो कुलटी कॉलेज मे पढ़ाई करती है, अभिषेक का पूरा परिवार अभिषेक के इस कार्य मे पूरा सहयोग कर्ता है, इसके अलावा अभिषेक के इस आर्ट और कला ने अभिषेक को एक अनोखी पहचान दी है, जिस पहचान से समाज मे अभिषेक को पूरा इज्जत और सम्मान भी मिलता है।