उत्तर प्रदेशभारत

उत्तर प्रदेश, नोएडा: शिक्षा मंत्री से बोले निवासी, जॉब ओरिएंटेड कोर्स सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए

उत्तर प्रदेश, नोएडा: शिक्षा मंत्री से बोले निवासी, जॉब ओरिएंटेड कोर्स सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।नोएडा उच्च शिक्षा का हब है, लेकिन यहां पर सरकारी महाविद्यालयों की भारी कमी है। 50 वर्षो में नोएडा सेक्टर-39 में एक ही महाविद्यालय खोला जा सका है। इसमें भी पोस्ट ग्रेजुएशन में तमाम कोर्स आज तक शुरू तक नहीं हो सके, जबकि यहां की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है।

औद्योगिक नगरी होने के नाते यहां पर जॉब ओरिएंटेड कोर्स को सरकार की ओर से प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उद्योगों की मांग के आधार पर पढ़ाई हो, औद्योगिक इकाइयों में छह माह की अप्रेंटिसशिप का प्राविधान हो।

इससे विद्यार्थियों पढ़ाई कर निकलते ही सीधे रोजगार प्राप्त हो सके। इससे बेरोजगारी पर अंकुश लग सकेगा। यह मांग शहरवासियों की ओर से फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के समक्ष रखी।

उन्होंने यह भी कहा कि जिले में 60 से 65 निजी कॉलेजों का संचालन हो रहा है, लेकिन उनकी मान्यता गौतमबुद्धनगर यूनिवर्सिटी से नहीं है। इनकी मान्यता का प्राविधान गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी से कराया जाए। इससे शहर के बाहर की दौड़ भाग भी बचेंगी।

यही नहीं सेक्टर-39 में संचालित महाविद्यालय को 25 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। इसका अधिकांश हिस्सा आज भी खाली पड़ा है। इसको और विकसित करवाकर नए नए कोर्स संचालित कराए जाए। इस पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री से बातचीत की जाएगी।

वह दिल्ली व गाजियाबाद किसी कार्य से आए थे, आगरा जाते वक्त सेक्टर-45 स्थित योगेंद्र शर्मा के आवास पर मिलने पहुंचे थे। इस अवसर उनका स्वागत योगेंद्र शर्मा समेत त्रिलोक शर्मा, ताराचंद गौड़, विनोद शर्मा, लाटसहाब लोहिया, संजय चौहान, राजेश सिंह, मोहन शर्मा, अशोक मिश्रा, कोसिंद्र यादव, भूषण शर्मा ने किया। मंत्री के साथ प्रधानमंत्री की शिक्षा नीति पर विस्तार से चर्चा की।

मलाइका अरोड़ा ने अर्जुन कपूर के साथ ब्रेकअप की खबरों के बीच अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक रहस्यमयी पोस्ट शेयर की, कहा ‘हममें से हर किसी के पास सिर्फ़…’

Related Articles

Back to top button