उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा डिपो से एक बार फिर अनुबंध पर निजी बसें चलाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा डिपो से एक बार फिर अनुबंध पर निजी बसें चलाने की तैयारी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।आठ साल बाद नोएडा डिपो से एक बार फिर अनुबंध पर निजी बसें चलाने की तैयारी है। परिवहन निगम सोमवार को दस रूट पर साधारण बस चलाने के लिए टेंडर जारी करेगा। यह बसें जिले के ग्रामीण रूट पर उतारी जाएंगी। इसके लिए प्रावधान में संशोधन किया गया है। वर्ष 2017 में नोएडा डिपो से अनुबंध पर निजी ऑपरेटर की दो वातानुकूलित बसें चलती थीं। दोनों बसें जनरथ थी। इसमें एक बस नोएडा से प्रयागराज और दूसरी लखनऊ के लिए चलती थी।
कुछ समय बाद निजी ऑपरेटर ने घाटे का हवाला देते हुए बसों की सुविधा को जारी रखने में अक्षमता जाहिर की। इसके बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम से करार खत्म हो गया। अधिकारियों का कहना था कि दूसरे प्रदेश के परिवहन निगम के साथ करार कर ऑपरेटर बस की सुविधा शुरू करना चाहता है, इस कारण उसने कदम पीछे खींचे हैं। इसके बाद अनुबंधित बसें डिपो से नहीं शुरू हो सकीं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम गौतमबुद्ध नगर के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार ने कहा कि पहले मिनी बसों को ग्रामीण रूट पर चलाया जाना था, लेकिन योजना में बदलाव कर दिया गया है। मुख्यालय से नौ अक्तूबर को डीजल-सीएनजी बस अनुबंध योजना का कार्यालय आदेश मिला है। इसके तहत बस ऑपरेटर्स से अनुबंध के लिए टेंडर प्रक्रिया के जरिए आवेदन आमंत्रित किए जाने हैं। उन्होंने कहा कि बस अनुबंध प्रावधानों में कुछ संशोधन भी किए गए हैं। इसमें सबसे प्रमुख संशोधन यह है कि बसों में निजी ऑपरेटर का ही परिचालक होगा। पहले के प्रावधान में चालक निजी बस ऑपरेटर का होता था ,लेकिन परिचालक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का रखना अनिवार्य था। उन्होंने कहा कि संभव है कि निजी बस ऑपरेटर अनुबंध योजना में अब दिलचस्पी दिखाएंगे। ऑपरेटर्स ने अनुबंध में नहीं दिखाई थी दिलचस्पी बीते वर्षों में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से कई बार अनुबंध की योजनाएं लाई गईं, लेकिन निजी बस ऑपरेटर्स ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसकी वजह उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से लागू प्रावधानों को लेकर निजी बस ऑपरेटर्स का सहमत नहीं होना था। यहीं कारण है कि प्रावधानों में संशोधन किया गया है। इन शहरों के लिए सेवा उपलब्ध नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो से कई शहरों के लिए बसे चलती हैं। इसमें आगरा, मथुरा, एटा, कासगंज, बंदायू, हरिद्वार, कोटद्वार, मेरठ, शिकोहाबाद, अलीगढ़, बिजनौर, नजीबाबाद, लखनऊ, बरेली समेत अन्य शहरों की बसें शामिल हैं। सभी साधारण और सीएनजी से चलने वाली बसें हैं। इसके अलावा डिपो होकर लखनऊ, गोरखपुर, आगरा और मथुरा के लिए वातानुकूलित बसें भी निकलती हैं। इनमें जनरथ, पिंक और शताब्दी बस शामिल हैं। वॉल्वो बसों की सुविधा नहीं है।
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