उत्तर प्रदेश, नोएडा:अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन और निवासियों के बीच विवाद
उत्तर प्रदेश, नोएडा:अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन और निवासियों के बीच विवाद

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की व्हाइट ऑर्चिड सोसायटी में अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन और निवासियों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। लोगों का आरोप है कि मौजूदा एओए ने किड्स प्ले एरिया में सामान फेंकने और चुनाव के खिलाफ आवाज उठाने पर कई लोगों पर जुर्माना लगाया है। सोसायटी के लोगों का कहना है कि सीनियर सिटीजन के बैठने की जगह पर किड्स प्ले एरिया बना दिया गया था। इसका विरोध करने पर एओए ने 16 लोगों पर 1 लाख 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही 13 लोगों पर 5 लाख 58 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। अब निवासी अमित शर्मा, सौरभ गुप्ता, अमित प्रभाकर, सतेंद्र, अरुण गौड़, पूनम शर्मा और नीरज कुमार शर्मा ने एओए की मनमानी की शिकायत मेरठ डिप्टी रजिस्ट्रार से की है।
13 लोगों पर 5 लाख 58 हजार रुपये का जुर्माना
सुमित कुमार शर्मा ने बताया कि मौजूदा एओए मनमाने तरीके से निवासियों पर जुर्माना लगा रही है। टावर-2 के अंदर खाली जगह है। वहां सीनियर सिटीजन के बैठने की व्यवस्था है। एओए ने ऑनलाइन वोटिंग कराकर जबरन इसे बच्चों का खेल क्षेत्र बना दिया। निवासियों ने इसका विरोध किया और बच्चों के खेल क्षेत्र से सामान हटा दिया। इसके बाद एओए ने 16 निवासियों पर 1 लाख 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। कहा कि हमने सामान तोड़ा है। इसमें कई ऐसे नाम हैं, जो सामान हटाने में शामिल ही नहीं थे। एओए की अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाने पर 13 लोगों पर 5 लाख 58 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
जुर्माना लगाना गलत
वहीं, सोसायटी एओए के प्रवक्ता शंकर ठाकुर ने कहा कि परिसर में रहने वाले कुछ लोगों ने सोसायटी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। ऐसे में उन लोगों पर जुर्माना लगाया गया है, जिन्होंने गलत तरीके से एओए को रद्द कराने की कोशिश की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। जिला न्यायालय के वकील दीपक भाटी ने कहा कि यूपी अपार्टमेंट एक्ट में किसी भी एओए और आरडब्ल्यूए की ओर से संबंधित व्यक्ति पर जुर्माना लगाने का प्रावधान नहीं है। अगर एओए को किसी बात पर आपत्ति है तो उन्हें कोर्ट में जाकर अपनी बात रखनी चाहिए।
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