
Gujarat Train: गुजरात को जल्द मिलेंगी दो नई एक्सप्रेस ट्रेनें, पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
रिपोर्ट: अभिषेक ब्याहुत
भारतीय रेल यात्रियों की सुविधा को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से गुजरात में दो नई एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत करने जा रही है। इनमें एक अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस और दूसरी वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस शामिल हैं। इन दोनों ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक विशेष कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह आयोजन दाहोद में किया जाएगा, जहां से इन दोनों गाड़ियों की सेवाएं विधिवत प्रारंभ की जाएंगी।
पहली गाड़ी 26901/26902 साबरमती-वेरावल वंदे भारत एक्सप्रेस होगी, जो सप्ताह में 6 दिन संचालित की जाएगी। गुरुवार को इसका संचालन नहीं होगा। यह ट्रेन हर सुबह 5:25 बजे साबरमती स्टेशन से प्रस्थान करेगी और चांदलोडिया, विरमगाम, राजकोट, जूनागढ़ जैसे प्रमुख स्टेशनों से होते हुए दोपहर 12:25 बजे वेरावल पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 26902 दोपहर 2:40 बजे वेरावल से रवाना होकर राजकोट, विरमगाम आदि होते हुए रात 9:35 बजे साबरमती स्टेशन पर पहुंचेगी।
चांदलोडिया स्टेशन पर फिलहाल अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पुनर्विकास कार्य चल रहा है। इस कार्य के पूरा होने के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस का नियमित वाणिज्यिक ठहराव चांदलोडिया स्टेशन पर भी किया जाएगा, जिससे स्थानीय यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा मिलेगी।
दूसरी ट्रेन 19011/19012 वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस है, जिसका संचालन भी प्रतिदिन किया जाएगा। यह ट्रेन गुजरात के दक्षिणी और मध्य हिस्सों को जोड़ते हुए यात्रियों को एक नई सस्ती और सुविधाजनक यात्रा सुविधा प्रदान करेगी। गाड़ी संख्या 19011 प्रतिदिन सुबह 5:15 बजे वलसाड से रवाना होकर बीलीमोरा, नवसारी, सूरत, वडोदरा और गोधरा होते हुए 11:05 बजे दाहोद पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 19012 दोपहर 11:55 बजे दाहोद से प्रस्थान कर रात 8:05 बजे वलसाड पहुंचेगी।
इस एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 17 डिब्बे होंगे, जिनमें एक एग्जीक्यूटिव क्लास कोच, चार थर्ड एसी कोच, दस सेकंड क्लास कोच और दो गार्ड सह पार्सल वैन शामिल होंगे। विशेष रूप से, एक गार्ड वैन में दिव्यांग यात्रियों के बैठने की विशेष सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री द्वारा इन दोनों ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने के बाद गुजरात के यात्रियों को न केवल तेज़ और आरामदायक यात्रा का लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों के बीच संपर्क और गतिशीलता भी और अधिक सशक्त होगी। इससे पर्यटन, व्यापार और स्थानीय आवागमन को भी नया बल मिलेगा।