
Hapur News : हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण (Hapur Pilkhuwa Development Authority) ने सोमवार को पिलखुवा क्षेत्र के गांव कस्तला कास्माबाद में स्थित मोनाड विश्वविद्यालय में अवैध रूप से बन रहे चार मंजिला हॉस्टल पर सीलिंग की कार्रवाई की। यह हॉस्टल एक हजार गज क्षेत्र में बनाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान कोतवाली पुलिस बल मौजूद रहा और प्राधिकरण ने विश्वविद्यालय प्रशासन को कड़ी चेतावनी जारी की।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण के सचिव प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मोनाड विश्वविद्यालय को 3 अक्टूबर 2023 और 25 अक्टूबर 2023 को अवैध निर्माण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। इसके बावजूद विश्वविद्यालय ने कोई जवाब नहीं दिया और चोरी-छिपे निर्माण कार्य जारी रखा। उन्होंने ने बताया कि हॉस्टल निर्माण के लिए प्राधिकरण से नक्शा पास नहीं कराया गया था, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। पूर्व में कई बार नोटिस के माध्यम से चेतावनी दी गई थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे अनदेखा किया। प्रवीण गुप्ता ने चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय दोबारा अवैध निर्माण करता पाया गया, तो और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवैध निर्माण नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति निर्माण कार्य किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान सीलिंग कार्रवाई में एसडीएम इला प्रकाश, पिलखुवा सीओ अनीता चौहान, पिलखुवा प्रभारी निरीक्षक पटनीश कुमार, प्रभारी प्रवर्तन वीरेश कुमार, अवर अभियंता जितेंद्रनाथ दूबे, और अंगद सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। कोतवाली पुलिस की उपस्थिति ने कार्रवाई को सुचारू रूप से संपन्न करने में मदद की।