उत्तर प्रदेश : स्वच्छता पखवाड़े के तहत 101 वृक्षों का रोपण, एक पेड़ मां के नाम नेह नीड के परिसर में लगाए गए

उत्तर प्रदेश : स्वच्छता पखवाड़े के तहत 101 वृक्षों का रोपण, एक पेड़ मां के नाम नेह नीड के परिसर में लगाए गए
Hapur News : गढ़मुक्तेश्वर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस से लेकर 2 अक्टूबर तक भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर वन विभाग के द्वारा सेवा पर्व के रूप में 101 वृक्षों का रोपण नेह नीड परिसर में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् भारत भूषण गर्ग और कार्यक्रम के अध्यक्ष नेह नीड के संस्थापक कन्हैयालाल रहे। मुख्य अतिथि भारत भूषण गर्ग ने अमलतास का पौधा लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि आज चहुं ओर जो प्रकृति के विनाश का तांडव चल रहा है, वह आने वाले समय में हमारी संतति को सांसों का संकट खड़ा कर देगा।
उन्होंने कहा कि आज आम जनमानस के सहयोग से पिछले 20 वर्षों में स्वामी विवेकानंद विचार मंच लोकभारती एवं वन विभाग के संयुक्त प्रयासों से गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में 5% के आसपास हरियाली का क्षेत्रफल बढ़ गया है। इससे इस क्षेत्र का वातावरण जनपद के अन्य हिस्सों के मुकाबले बहुत ही सुंदर हो गया है।
कार्यक्रम अध्यक्ष कन्हैयालाल जी ने कहा कि आज स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत सेवा पर्व के अवसर पर जो यह एक पेड़ मां के नाम नेह नीड के परिसर में लगाए गए 101 वृक्ष हमारे बच्चों के द्वारा पुष्पित पल्लवित किए जाएंगे। निश्चित रूप से आने वाले 1 वर्ष में यह अपनी आभा इस परिसर को प्रदान करते हुए सुशोभित करेंगे।
वन क्षेत्राधिकार करन सिंह ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जिन बच्चों के द्वारा सबसे सुंदर पेड़ों की देखभाल की जाएगी, उन बच्चों को आगामी वन महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हापुड़ जनपद में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत मान्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देश के क्रम में एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत 3000 पौधों का रोपण किया जाएगा।
परिसर में अमलतास, मौसमी, नींबू, आम, कचनार, गुलमोहर, पुतरन जीवा आदि प्रजातियों के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर संस्थान की सचिव रीमा वर्मा, गंगा सेवक मूलचंद आर्य, डिप्टी रेंजर सबाबुल हसन, फॉरेस्टर भावना, एमटीएस अरविंद कुमार, हरि प्रकाश आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।