Delhi Crime: दिल्ली में एनकाउंटर के बाद तीन बदमाश गिरफ्तार, दो को लगी गोली

Delhi Crime: दिल्ली में एनकाउंटर के बाद तीन बदमाश गिरफ्तार, दो को लगी गोली
दिल्ली में तड़के पुलिस और अपराधियों के बीच एक बार फिर मुठभेड़ हुई। रोहिणी जिले के बेगमपुर इलाके में पुलिस का सामना कुछ सेंधमारों से हुआ, जिसके बाद दोनों ओर से करीब छह राउंड गोलियां चलीं। इस एनकाउंटर में दो बदमाशों के पैरों में गोली लगी, जबकि उनका तीसरा साथी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और तीसरे आरोपी से पूछताछ जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीनों अपराधी अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं, जो दिल्ली और अन्य राज्यों में सेंधमारी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इनमें से एक आरोपी पर 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल और एक कार बरामद की है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इन बदमाशों के खिलाफ हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दूसरे राज्यों से कार में दिल्ली आकर चोरी और सेंधमारी की वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते थे। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन्होंने अब तक कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है।
दिल्ली में पुलिस की सतर्कता और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी अपराध रोकने में बड़ी भूमिका निभा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजधानी में कोई भी स्नैचिंग, लूट, डकैती या हत्या की घटना होते ही सबसे पहले आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जाती है। इन मामलों में ट्रैफिक पुलिस अहम भूमिका निभाती है क्योंकि शहर की सड़कों पर सबसे अधिक और बेहतरीन क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे ट्रैफिक विभाग के ही लगे हैं। विभिन्न थानों और जिलों की पुलिस संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए ट्रैफिक पुलिस से फुटेज की मांग करती है, जिससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलती है। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में ट्रैफिक पुलिस को कोई विशेष श्रेय नहीं मिलता, लेकिन ये ‘साइलेंट हीरोज’ हर दिन अपराधियों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस न केवल यातायात नियंत्रण बल्कि सड़क सुरक्षा के लिए भी काम कर रही है। आनंद विहार से अपसरा बॉर्डर की ओर जाने वाली सड़क पर बीच में स्थित एक पेड़ के कारण तेज रफ्तार गाड़ियां हादसों का शिकार हो रही थीं। इस खतरे को ट्रैफिक इंस्पेक्टर शाहदरा विकास कुमार ने गंभीरता से लिया और अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा गया, जिससे वहां सुरक्षा बाउंड्री लगवाई गई और नाइट विजन बोर्ड भी लगाया गया। अब वाहन चालक दूर से ही सतर्क हो जाते हैं और अपनी गति नियंत्रित कर लेते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस हर दिन इसी तरह न केवल ट्रैफिक नियंत्रण बल्कि सुरक्षा व्यवस्था और अपराध रोकथाम के लिए भी काम कर रही है।