भुज से अहमदाबाद के बीच चलेगी देश की पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन, कल प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का कॉन्सेप्ट रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लेकर आये थे जिसका उद्देश्य शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में तेज, सुरक्षित, और अत्याधुनिक परिवहन सुविधाएं प्रदान करना है। आने वाले समय में मेट्रो सिटी को अन्य शहरों से जोड़ने के लिए कई वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है।
अभिषेक ब्याहुत
भूज, गुजरात
लंबी दूरी के बीच चलने वाली देश की पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का आगमन हो चुका है। सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रैन का उद्घाटन करेंगे जो गुजरात के भुज से अहमदाबाद रूट पर चलाई जा रही है। आने वाले समय में मेट्रो सिटी को लंबी दूरी वाले शहरों से जोड़ने के लिए कई वंदे भारत मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 4:30 बजे वन्दे भारत मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का कॉन्सेप्ट रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लाया था जिसका उद्देश्य शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में तेज, सुरक्षित, और अत्याधुनिक परिवहन सुविधाएं प्रदान करना है। भारतीय रेलवे की यह परियोजना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के अंतर्गत विकसित की गई है। वंदे भारत मेट्रो, वंदे भारत एक्सप्रेस का एक उन्नत संस्करण है, जिसे खासतौर पर शहरी क्षेत्रों में कम दूरी की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है।
विशेष सुविधाओं से लैस है वंदे भारत मेट्रो ट्रेन
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन अपने डिजाइन, तकनीक और संचालन में अत्याधुनिक सुविधाओं से भारत में डेवलप की गई है। इसमें पूरी तरह से वातानुकूलित कोच, तेज गति के साथ ऊर्जा की कम खपत, और यात्रियों के लिए अत्यधिक आरामदायक सीटिंग व्यवस्था की गई है। इस ट्रैन में टिकट का न्यूतमन किराया 30 रुपया है। दिल्ली मेट्रो की तरह यह ट्रेन अनारक्षित में है। फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व के अनुशार यात्री अपने सीट का चयन कही भी कर सकता है। भीड़ होने पर यात्रियों के लिए अन्य मेट्रो ट्रेन की तरह खड़े होकर सफर करने की अच्छी व्यवस्था की गई है।
वंदे भारत मेट्रो की रफ्तार 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगी, जो शहरों के बीच यात्रा के समय को काफी कम करेगी। इस मेट्रो की एक और महत्वपूर्ण विशेषता इसकी “रिजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम” है, जो ब्रेक लगाने के दौरान ऊर्जा को पुनः उत्पन्न करती है और उसे सिस्टम में वापस भेजती है। इससे ऊर्जा की बचत होगी और यह पर्यावरण के अनुकूल भी साबित होगी। इसके अलावा, इसमें ऑटोमेटिक ट्रेन कंट्रोल और टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम जैसी नवीनतम सुरक्षा तकनीकों का उपयोग किया गया है, जो इसे दुर्घटना रहित और सुरक्षित बनाती है।
संचालन और रूट
भुज से अहमदाबाद रूट के बाद वंदे भारत मेट्रो को शुरू में उन शहरों और मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों के लिए तैनात किया जाएगा, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है और उन्हें तेज यात्रा की आवश्यकता है। इसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में चलाने की योजना बनाई गई है, जहां यातायात की अधिक भीड़ होती है और लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए तेज मेट्रो सेवाओं की जरूरत होती है। मेट्रो के रूट को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यह यात्रियों को शहर के प्रमुख स्थानों तक बिना किसी रुकावट के तेजी से पहुंचा सके।
मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर
भारत की पहल वंदे भारत मेट्रो पूरी तरह से देश में ही निर्मित होगी, जो मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। वंदे भारत मेट्रो के निर्माण में उपयोग की जाने वाली तकनीक और उपकरण पूरी तरह से स्वदेशी होंगे, जिससे विदेशी निर्भरता में कमी आएगी और देश की तकनीकी क्षमता में वृद्धि होगी।
यात्रियों के लिए सुविधाएँ
वंदे भारत मेट्रो में यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं दी जाएंगी, जैसे कि वाई-फाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, आरामदायक सीटें, और आधुनिक इंफोटेनमेंट सिस्टम। इसके साथ ही, इसमें बुजुर्गों और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष इंतजाम भी किए जाएंगे। मेट्रो स्टेशनों पर भी अत्याधुनिक सुविधाएं, जैसे स्मार्ट टिकटिंग सिस्टम, स्वचालित द्वार, और ट्रेनों की वास्तविक समय की जानकारी प्रदर्शित करने वाली स्क्रीनें लगाई जाएंगी।
भारतीय रेलवे इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करेगी, और आने वाले वर्षों में इस मेट्रो सेवा का विस्तार देश के विभिन्न हिस्सों में किया जाएगा। इस पहल से भारत में सार्वजनिक परिवहन को एक नया आयाम मिलेगा और यह शहरीकरण की गति को और अधिक तीव्र बनाएगी। वंदे भारत मेट्रो, भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो देश की परिवहन व्यवस्था को बेहतर और उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।