
Temple Demolition: पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर में अवैध मंदिर ध्वस्तीकरण, दूसरे दिन भी जारी रही कार्रवाई
रिपोर्ट: रवि डालमिया
पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर थाना क्षेत्र में स्थित प्रियदर्शनी विहार में अवैध रूप से बने लक्ष्मी नारायण मंदिर को तोड़ने की कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) का दस्ता जेसीबी और हैमर मशीनों के जरिए मंदिर के ढांचे को ध्वस्त करने में जुटा है। शुक्रवार को यह कार्रवाई मंदिर के पिछले हिस्से से की जा रही है, जहां जेसीबी मशीन से दीवारें गिराई जा रही हैं और छत को हैमर से तोड़ा जा रहा है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मौके पर दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री बलों की भारी तैनाती की गई है।
इससे पहले गुरुवार को कोर्ट के निर्देश पर मंदिर को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई थी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका तीखा विरोध किया। सैकड़ों महिलाएं मंदिर के गेट पर जमा होकर भजन-कीर्तन करने लगीं और डीडीए की टीम से कार्रवाई रोकने की मांग की। बावजूद इसके डीडीए ने विरोध को नजरअंदाज करते हुए ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया जारी रखी और मंदिर के पिछले हिस्से की दीवारों को जेसीबी से गिरा दिया, वहीं छत को हैमर मशीन से तोड़ दिया गया।
गौरतलब है कि करीब 10 साल पहले न्यायालय ने इस मंदिर को अवैध निर्माण घोषित करते हुए इसे गिराने का आदेश दिया था। उस समय भारी विरोध के चलते कार्रवाई रोक दी गई थी और मंदिर को सील कर दिया गया था। अब एक बार फिर अदालत के आदेश पर डीडीए ने मंदिर को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की है।
स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर जबरदस्त नाराजगी है। उनका कहना है कि यह मंदिर दशकों पुराना है और सोसाइटी के अंदर स्थित है, जिससे किसी को कोई नुकसान नहीं है। लोगों का कहना है कि वे वर्षों से यहां पूजा करते आ रहे हैं, फिर भी प्रशासन बिना उनकी भावनाओं का ख्याल किए तोड़फोड़ कर रहा है। मौके पर रोष और तनाव का माहौल बना हुआ है, जबकि डीडीए और पुलिस ने कार्रवाई को पूरी तरह कानून के दायरे में बताया है।