SIR form online: एसआईआर फॉर्म ऑनलाइन: वोटर गणना फॉर्म भरने और जमा करने की पूरी चरण-दर-चरण गाइड

SIR form online: एसआईआर फॉर्म ऑनलाइन: वोटर गणना फॉर्म भरने और जमा करने की पूरी चरण-दर-चरण गाइड
भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने विशेष गहन पुनरीक्षण—यानी एसआईआर प्रक्रिया—को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाने के लिए गणना फॉर्म को पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया है। पारंपरिक ऑफलाइन प्रक्रिया के विपरीत, अब मतदाताओं को फॉर्म डाउनलोड या प्रिंट करने की ज़रूरत नहीं होती। ईसीआई या सीईओ पश्चिम बंगाल की वेबसाइट और ECI नेट ऐप पर दिए गए लिंक के माध्यम से यह फॉर्म सीधे ऑनलाइन भरा और जमा किया जा सकता है।
ऑनलाइन प्रणाली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह तेज़, सुरक्षित और पूरी तरह से डिजिटल है। बीएलओ को पहले की तरह हर घर जाकर भौतिक फॉर्म बांटने का काम कम हो गया है। हालांकि आयोग ने यह साफ कर दिया है कि प्रत्येक मतदाता के लिए गणना फॉर्म भरना अब भी अनिवार्य है—या तो बीएलओ को दिया जाए या ऑनलाइन भरा जाए।
ECI ने ऑनलाइन फॉर्म जमा करने के लिए EPIC नंबर (मतदाता पहचान पत्र संख्या) और मोबाइल नंबर को लिंक करना अनिवार्य किया है। EPIC 10 अंकों की वह विशेष संख्या है जो हर मतदाता को जारी की जाती है। यह लिंकिंग ऑनलाइन फॉर्म-8 सबमिट करके तुरंत की जा सकती है।
ऑनलाइन फॉर्म भरना बेहद आसान है। नागरिक voters.eci.gov.in वेबसाइट खोलकर “गणना फॉर्म भरें” विकल्प चुनते हैं। उसके बाद उन्हें अपना मोबाइल नंबर या EPIC नंबर भरकर लॉगिन करना होता है। EPIC और मोबाइल नंबर लिंक न होने पर यह लिंकिंग पहले करनी होगी। लिंकिंग पूरी होते ही उपयोगकर्ता अपना चुनाव क्षेत्र, विवरण और अंतिम एसआईआर की आवश्यक जानकारी भरकर आधार-आधारित ई-साइन के माध्यम से फॉर्म जमा कर सकते हैं। ई-साइन करते समय EPIC और आधार में दर्ज नाम का मिलान अनिवार्य होता है।
कई नागरिक यह जानना चाहते हैं कि उनका गणना फॉर्म अपलोड हुआ है या नहीं। इसके लिए सरल प्रक्रिया है—वोटर्स पोर्टल पर लॉगिन करें, “गणना फॉर्म भरें” पर क्लिक करें और EPIC नंबर डालते ही फॉर्म की स्थिति सामने दिखाई दे जाएगी। यदि संदेश आता है—“आपका फॉर्म पहले ही मोबाइल नंबर XXXXX के साथ सबमिट कर दिया गया है”—तो इसका मतलब है कि यह सफलतापूर्वक अपलोड हो चुका है। यदि ऐसा संदेश नहीं आता या गलत मोबाइल नंबर दिखता है, तो संबंधित बीएलओ से तुरंत संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
इस नई ऑनलाइन व्यवस्था से मतदाताओं को सुविधा तो मिली ही है, साथ ही मतदाता सूची को अद्यतन रखने का कार्य भी तेज़ और सटीक बना है। आयोग का उद्देश्य है कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में ठीक रूप से दर्ज हो, और इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म बड़े स्तर पर सहायक साबित हो रहे हैं।
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