
नई दिल्ली, 30 सितम्बर : भारतीय सेना ने सोमवार को आर्मी स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जिसमें भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र में भारतीय सेना की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। चूंकि भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने की ओर अग्रसर है, इसलिए सेना खेल सम्मेलन के जरिये भारत की खेल प्रतिभाओं को तलाशने और निखारने के प्रयास में जुटी है।
सेना के मुताबिक मिशन ओलंपिक विंग के तहत भारतीय सेना के कुल 9000 खिलाड़ी 28 विभिन्न खेल नोड्स पर प्रशिक्षण ले रहे हैं। सम्मेलन में में भारत की वैश्विक खेल आकांक्षाओं को बढ़ाने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ, भारतीय खेल प्राधिकरण और राष्ट्रीय खेल महासंघों के साथ सहयोगी रणनीति तैयार करने के महत्व पर जोर दिया गया। इस अवसर पर केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के साथ राजस्थान के युवा मामले मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे। मांडविया ने भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र में विशिष्ट योगदान के लिए भारतीय सेना की प्रशंसा की। उन्होंने ओलंपिक में सफलता के लिए एक व्यापक रोडमैप बनाने पर चर्चा की, जिसमें जमीनी स्तर से लेकर कुलीन स्तर तक प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए अल्पकालिक पंचवर्षीय योजनाएं और दीर्घकालिक 25-वर्षीय रणनीतियाँ शामिल हैं। इस सम्मेलन में पूर्व एथलीटों और ओलम्पियनों ने अपने खेल अनुभव भी साझा किए, जिनमें अंजू बॉबी जॉर्ज, मैरी कॉम और तरुणदीप राय जैसी प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल थीं।