Delhi: दिल्ली में भाजपा पार्षद का दुकान पर साइनबोर्ड लगाने के फरमान पर विवाद, वीडियो वायरल होने पर दी सफाई

दिल्ली में भाजपा पार्षद का दुकान पर साइनबोर्ड लगाने के फरमान पर विवाद, वीडियो वायरल होने पर दी सफाई
रिपोर्ट: रवि डालमिया
सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आया हैं, जिसमें पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर के भाजपा पार्षद रविंदर नेगी इलाके की कई दुकानों में जाकर एक विशेष समुदाय के दुकानदारों से दुकान के साइनबोर्ड पर अपना नाम लिखने को कहते नजर आ रहे हैं। भाजपा रविनेगी ने कहा कि ना तो यह पार्टी का आदेश है और ना ही पुलिस का मेरे पास कुछ स्थानीय लोग आए और उन्होंने मुझसे कहा कि कुछ दुकानदार काफी समय से ऐसी दुकान चला रहे हैं जिनकी दुकानों के नाम सनातन संबंधी से मिलते जुलते हैं लेकिन जब उन्हें कोई ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उनका नाम मुस्लिम सामने आता है इसी को देखते हुए हमने एक मोहिम चलाई और उन दुकानदारों से जाकर विनम्र जाकर विनती की कि अगर आप मुस्लिम समाज से हैं तो कृपया अपनी पहचान अपने बोर्ड पर लिखे।
एक वीडियो में नेगी दुकानदारों, विशेषकर डेयरी उत्पाद बेचने वालों के पास जाते हुए और उन्हें अपना असली नाम बताने का निर्देश देते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्हें एक दुकानदार से यह कहते हुए भी सुना जा सकता है, “नवरात्र आ रहे हैं और नवरात्रि का समर्थन करने के लिए हिंदू ग्राहकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए लोगों को दुकानों पर स्पष्ट रूप से मुस्लिम नाम लिखना चाहिए। नेगी ने एक डेयरी विक्रेता से भी कहा, “जब आपका नाम मोहम्मद अयान है, तो आपने रावल डेयरी लिखा साइनबोर्ड क्यों लगाया है? आप हिंदू बहुल इलाके में लोगों को धोखा क्यों दे रहे हैं? हमारा आपसे कोई मुकाबला नहीं है। यह अनुचित है। इसलिए बेहतर होगा कि आप तुरंत नाम बदल दें।”
इसी वीडियो में पार्षद एक स्ट्रीट वेंडर के पास जाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं, जो पकौड़े बेच रहा है, और उसे हिंदू बहुल इलाके से थोड़ी दूर अपनी दुकान न लगाने के लिए डांट रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर आप कार्रवाई नहीं करेंगे तो हम वेंडिंग मशीन जब्त कर लेंगे। बाद में मेरे पास मत आना और कहना कि गरीब लोगों को परेशान किया जा रहा है। यहां हिंदू लोग रहते हैं, और उन्होंने गंभीर चिंताएं जताई हैं।”
यह क्लिप वायरल हो गई है
जब पार्षद से उनके काम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया। उन्होंने अपने काम को पिछले 2-3 दिनों में इलाके में जागरूकता अभियान के तौर पर समझाने की कोशिश की। लोगों ने शिकायत की कि कई दुकानदार अपनी दुकानों का नाम हिंदू देवताओं के नाम पर रख रहे हैं, लेकिन जब लोगों ने यूपीआई के ज़रिए भुगतान किया, तो उन्हें पता चला कि दुकानदार दूसरी जाति के हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि किसी ने उनके अभियान पर आपत्ति नहीं जताई और सहयोग करने के लिए तैयार हो गए।
पार्षद ने अपने काम को उचित ठहराया
पार्षद ने अपने काम को उचित ठहराते हुए कहा कि यह अभियान नवरात्रि के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए चलाया गया था, जिस दौरान लोग उपवास रखते हैं और डेयरी उत्पादों की खपत बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि उन्होंने एक मुस्लिम विक्रेता से उत्पाद खरीदे हैं तो उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों की भावनाओं के आधार पर उनसे केवल अपने वास्तविक नाम प्रदर्शित करने का अनुरोध किया था और इसका पार्टी, एमसीडी या पुलिस से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने दोहराया कि किसी को भी परेशान नहीं किया गया है। वही सभी दुकानदारों ने रवि नेगी निगम पार्षद की बात को मानते हुए अपने बोर्ड के साथ अपने नाम भी लिख दिया है वहीं दुकानदारों का कहना है कि हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है और रवि नेगी जी ने हम लोगों से बड़े ही प्यार से बात की और हमें समझाया।