अमर सैनी
नोएडा। निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए बनी जिला शुल्क नियामक समिति (डीएफआरसी) के पुनर्गठन के बाद एक बार भी मीटिंग नहीं हुई है। जबकि स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग के पास लगातार शिकायते पहुंच रही हैं। इस सत्र में भी अब तक दर्जनों शिकायतें पहुंच चुकी हैं। अब अभिभावकों के दवाब में आकर विभाग ने अगले सप्ताह मीटिंग की कार्य योजना तैयार कर रहा है।
ऑल नोएडा स्कूल्स पैरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि इसकी अंतिम बैठक 17 अप्रैल 2023 को हुई थी। इस दौरान समिति में स्कूल की प्रिंसिपल बदली गई थी। इससे पहले 2022 में स्कूलों की ओर से बढ़ाई गई फीस को लेकर मीटिंग हुई थी। अभिभावकों का कहना है कि सही मायने में अभिभावकों को लेकर दो साल पहले फीस को लेकर मीटिंग हुई थी।बकि निजी स्कूलों की मनमानी को देखते हुए सरकार उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम 2018 लेकर आई थी। इससे बहुत हद तक स्कूलों की ओर से मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने, कमीशन के चक्कर में बार-बार यूनिफॉर्म बदलने और निर्धारित दुकान से किताबें खरीदने पर रोक लग पाई। अगर कोई स्कूल इसके विपरीत करता है तो इसमें कार्रवाई का प्रावधान है। हालांकि अभी भी कई स्कूलों की मनमानी लगातार जारी है। इसी के तहत जिले में जिला शुल्क नियामक समिति (डीएफआरसी) का गठन किया गया था।
नोटिस भेजकर झाड़ रहे पल्ला
अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर शिक्षा विभाग के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं। लेकिन विभाग कार्रवाई के नाम पर स्कूल को नोटिस भेजकर पल्ला झाड़ रहा है। इसको लेकर ऑल नोएडा स्कूल्स पैरेंट्स एसोसिएशन जिला विद्यालय निरीक्षक से भी मिलेंगे।
17 अप्रैल 2023 को डीएफआरसी में कुछ सदस्य बदले गए थे। यह एक सामान्य मीटिंग थी। लेकिन इस दौरान फीस के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। तब से लेकर कोई मीटिंग नहीं हुई है। जिला शुल्क नियामक समिति सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।
यतेंद्र कसाना ,अध्यक्ष, ऑल नोएडा स्कूल्स पैरेंट्स एसोसिएशन
पिछले दिनों जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मीटिंग हुई थी। अगले सप्ताह फिर से मीटिंग होने जा रही है। इसमें सभी सदस्य शामिल हाेंगे।
डॉ धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक