
PUC Rule Delhi: दिल्ली में बिना वैध PUC सर्टिफिकेट वाले वाहनों को नहीं मिलेगा ईंधन, पेट्रोल पंपों पर उमड़ी भीड़
रिपोर्ट: रवि डालमिया
राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने एक अहम और सख्त फैसला लिया है। सरकार के आदेश के अनुसार 18 तारीख से दिल्ली में बिना वैध पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल यानी PUC सर्टिफिकेट वाले किसी भी वाहन को पेट्रोल या डीजल नहीं दिया जाएगा। यह नियम टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर सभी प्रकार के वाहनों पर समान रूप से लागू होगा। सरकार के इस फैसले का असर इसके लागू होने से एक दिन पहले ही राजधानी में देखने को मिला।
17 तारीख को दिल्ली के कई इलाकों में पेट्रोल पंपों और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट सेंटरों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं। बड़ी संख्या में वाहन चालक समय रहते अपना PUC सर्टिफिकेट बनवाने के लिए पहुंचे। पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने आए श्रीकृष्ण ने बताया कि उनका सर्टिफिकेट समाप्त हो चुका था और उन्होंने मीडिया के माध्यम से सुना कि 18 तारीख से बिना वैध सर्टिफिकेट पेट्रोल नहीं मिलेगा, इसी कारण वे समय रहते सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे। वहीं राधेश्याम गर्ग ने बताया कि उनका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट 17 तारीख को ही समाप्त हो रहा था। उन्होंने कहा कि वे एक जागरूक नागरिक हैं और नियमों का पालन करना अपना कर्तव्य समझते हैं, इसलिए बिना देर किए सर्टिफिकेट रिन्यू करवाने आए हैं।
पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे सुमित ने बताया कि मात्र ₹100 में एक साल के लिए PUC सर्टिफिकेट बन जाता है, जिससे पूरे साल की चिंता खत्म हो जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को लोगों में नियमों का डर बनाए रखने के लिए जुर्माने की राशि ₹10,000 से बढ़ाकर ₹20,000 कर देनी चाहिए, ताकि लोग नियमों का और सख्ती से पालन करें। वहीं गुरदीप सिंह ने दिल्ली सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए यह कदम बेहद जरूरी है। उनका कहना था कि सरकार नियम बनाती है, लेकिन उन्हें प्रभावी बनाने की जिम्मेदारी जनता की भी होती है। यदि लोग स्वयं नियमों का पालन करेंगे तो ऐसे फैसले जमीन पर असर दिखाएंगे।
पॉल्यूशन सर्टिफिकेट सेंटर पर काम करने वाले कर्मचारी अंश सचदेवा ने बताया कि सरकार की घोषणा के बाद अचानक भारी भीड़ देखने को मिल रही है। आम दिनों में वे रोजाना करीब 50 पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाते थे, लेकिन 17 तारीख को कुछ ही घंटों में 50 से ज्यादा सर्टिफिकेट बन चुके थे और यह संख्या दिन खत्म होने तक 80 से 90 तक पहुंच सकती है। उन्होंने बताया कि सर्वर पर ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण काम की गति थोड़ी धीमी है, लेकिन सभी सर्टिफिकेट सुचारु रूप से बनाए जा रहे हैं।
वहीं विवेक विहार स्थित हिंदुस्तान पेट्रोल पंप के जनरल मैनेजर संजय ने बताया कि पेट्रोल पंपों को इस संबंध में अधिकारियों से स्पष्ट निर्देश मिल चुके हैं। 18 तारीख से बिना वैध PUC सर्टिफिकेट किसी भी वाहन को पेट्रोल या डीजल नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंप प्रबंधन दिल्ली सरकार के इस फैसले में पूरा सहयोग करेगा और यदि सरकार की ओर से किसी कर्मचारी की तैनाती की जाती है तो उसे भी पूर्ण समर्थन दिया जाएगा। दिल्ली सरकार का मानना है कि इस कदम से प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नियंत्रण लगेगा और राजधानी की वायु गुणवत्ता में सुधार की दिशा में ठोस असर देखने को मिलेगा।
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