दिल्ली का दशकों पुराना ड्रेनेज सिस्टम बदलने की तैयारी, बेसमेंट में एंट्री-एग्जिट गेट होंगे जरूरी
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दिल्ली का दशकों पुराना ड्रेनेज सिस्टम बदलने की तैयारी, बेसमेंट में एंट्री-एग्जिट गेट होंगे जरूरी
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
राजधानी दिल्ली को जलभराव मुक्त बनाने को लेकर दशकों पुराने ड्रेनेज सिस्टम को बदलने की तैयारी है। वार्ड के हिसाब से पुराने नालों की सूची तैयारी होगी। मेयर शैली ओबरॉय ने आज इसकी घोषणा करते हुए कहा कि 500 करोड़ रुपये के फंड से नालों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में 20-30 साल पुराना ड्रेनेज सिस्टम काम कर रहा है। इसे वर्षों से बदला नहीं गया है। यह पूरी तरह से खराब हो चुका है। दिल्ली नगर निगम के अफसरों को खराब ड्रेनेज सिस्टम की सूची तैयार करने और उसको बदलने में आने वाले खर्च का अनुमान लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मेयर का 500 करोड़ रुपये की विवेकाधीन निधि का फंड होता है। इसके लिए अगर मेयर के फंड से भी पैसे देने की जरूरत पड़ी तो दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मॉनसून तक एमसीडी के अधिकारी और स्टाफ 24 घंटे काम करेंगे। पूरी दिल्ली में फुटपाथ और बंद पड़े नालों से अतिक्रमण हटाया जाएगा।