उत्तर प्रदेश, नोएडा: यमुना सिटी में एयरपोर्ट से चलेंगी हाइड्रोजन बसें
उत्तर प्रदेश, नोएडा: -एनटीपीसी का 3 साल का पायलट प्रोजेक्ट, प्रदूषण नहीं निकलेगी केवल भाप
अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। यमुना सिटी में जल्द ही प्रदूषण मुक्त हाइड्रोजन बसें दौड़ेंगी। एनटीपीसी के प्रस्ताव के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में चार हाइड्रोजन बसें संचालित की जाएंगी। एक बार चार्ज होने पर ये बसें लगभग 600 किलोमीटर तक चलेंगी, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।
यह तीन साल का पायलट प्रोजेक्ट है। लेह-लद्दाख के बाद यमुना सिटी देश का दूसरा शहर होगा, जहां हाइड्रोजन बसें चलेंगी। इन बसों से धुआं नहीं, बल्कि केवल पानी की भाप निकलेगी, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। एनटीपीसी हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट के तहत चार बसें तैयार कर चुकी है। इन बसों में हाइड्रोजन फ्यूल सेल और गैस सिलेंडर लगे हैं। एनटीपीसी इन्हें तीन साल तक ट्रायल के रूप में चलाना चाहती है और इसके लिए उसने यमुना प्राधिकरण से अनुमति मांगी है। यमुना प्राधिकरण की योजना इन बसों को यूपीआरटीसी की मौजूदा बस सेवाओं से जोड़ने की है, ताकि इन्हें जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ा जा सके। यमुना विकास प्राधिकरण के एसीईओ नागेंद्र सिंह ने बताया कि बसें पुराने रूटों के साथ-साथ एयरपोर्ट, विभिन्न सेक्टरों, बस स्टैंडों, सूरजपुर पुलिस मुख्यालय और डीएम कार्यालय को भी कनेक्ट करेंगी। एनटीपीसी ने अपने मुख्यालय में हाइड्रोजन उत्पादन और फिलिंग यूनिट स्थापित की है, जहां ट्रीटमेंट प्लांट के वेस्ट वाटर को प्रोसेस कर गैस तैयार की जाती है। बसों का पूरा रखरखाव एनटीपीसी करेगी, जबकि संचालन की जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण की होगी। अधिकारियों के अनुसार, यह बसें एक महीने के भीतर सड़कों पर उतर सकती हैं। परियोजना सफल रहने पर भविष्य में बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
Realme GT 6 भारत में लॉन्च होने की पुष्टि। अपेक्षित स्पेक्स, फीचर्स, और भी बहुत कुछ





