अमर सैनी
नोएडा। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल के छात्रों को विशेष किट के जरिए गणित का अभ्यास कराया जाएगा। इससे छात्रों के मन से गणित का डर खत्म होगा और वह खेल-खेल में मनोरंजक तरीके से दैनिक जीवन में जोड़-घटाने जैसी चीजें सीख सकेंगे। इससे छात्रों का संपूर्ण विकास होगा और उन्हें आगे चलकर गणित के अध्ययन में कोई परेशानी नहीं होगी। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की शिक्षा को और बेहतर करने के लिए नई शिक्षा नीति को लागू किया जा रहा है। इसमें किताबें पढ़ाई के साथ-साथ प्रयोगात्मक शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है। वहीं, परिषदीय विद्यालय के छात्रों को गणित में रुचि जगाने के लिए के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें विशेष किट के माध्यम से आसानी तरीके से गणित की बारीकियां सिखाई जाएगी। इसके लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की तरफ से शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जहां वह विशेष किट का इस्तेमाल करना सीख रहे हैं। इसके बाद वह विद्यालयों में जाकर छात्रों को किट के माध्यम से गणित की बुनियादी पाठ सिखाए जाएंगे।
प्राथमिक स्तर पर गणित सीखने के लिए, संख्या और संख्याओं की संक्रियाएं, स्थानिक सोच और मापन जैसी गणितीय अवधारणाएं सीखना जरूरी है। गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए मानसिक प्रयास की जरूरत होती है, जिससे बच्चे का मस्तिष्क सक्रिय होता है। गणित किट में छात्रों के मापन, संख्या प्रक्रिया, आकृति, पैटर्न विकसित करने के लिए भरपूर सामग्री होती है। गणित किट का नियमित इस्तेमाल करने से छात्रों को गणितीय अवधारणाओं की स्पष्टता होती है। साथ ही छात्रों के प्रक्रिया कौशल जैसे समस्या समाधान, समूह में काम करना, सजनात्मकता जैसी क्षमताएं विकसित होती हैं।
नोटों की पहचान और घड़ी देखना सीखेंगे छात्र
परिषदीय विद्यालय के छात्रों को गणित के किट से विशेष लाभ मिलेगा। किट के माध्यम से छात्रों को शिक्षक नोटों की पहचान करना, रुपयों का हिसाब और जोड़-घटाना भी सिखा रहे हैं। दो पासों की मदद से छोटी संख्याओं का जोड़ सिखाने, किट में मौजूद टू डी और थ्री डी शेप, रस्सी के टुकड़े भी गणित सिखाने में मदद कर रही है।
– डायट में शिक्षकों को गणित किट की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें चारों ब्लॉकों के शिक्षक शामिल हो रहे हैं। गणित किट के गेम्स छात्रों को खूब लुभा रहे हैं, इससे वो आसानी से गणना सीख जाते हैं।
– राज सिंह यादव, डायट प्राचार्य