Noida Vaishya Sammelan: नोएडा में विराट वैश्य महासम्मेलन, एकजुटता और राजनीतिक भागीदारी पर जोर

Noida Vaishya Sammelan: नोएडा में विराट वैश्य महासम्मेलन, एकजुटता और राजनीतिक भागीदारी पर जोर
रिपोर्ट: अजीत कुमार
नोएडा में अंतरराष्ट्रीय वैश्य संगठन के तत्वावधान में विराट वैश्य महासम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। सम्मेलन में हजारों की संख्या में वैश्य समाज के लोग विभिन्न शहरों और जिलों से पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल, दर्जा राज्यमंत्री कैप्टन विकास गुप्ता, पूर्व मंत्री नितिन गुप्ता सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्य समाज ने हमेशा समाज को देने का कार्य किया है, लेकिन 35 करोड़ की आबादी होने के बावजूद राजनीति में समाज की हिस्सेदारी बेहद कम है। उन्होंने कहा कि नोएडा में वैश्य समाज की संख्या सबसे अधिक है, बावजूद इसके राजनीति में अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पा रहा है। अब समय आ गया है कि समाज अपनी ताकत और एकजुटता का परिचय दे।
दर्जा राज्यमंत्री कैप्टन विकास गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज पिछड़ रहा है, और इसे आगे बढ़ाने के लिए हमें अपनी ताकत पहचाननी होगी। राजनीतिक चेतना और एकजुटता के जरिए ही समाज अपनी सशक्त पहचान बना सकता है।
महासम्मेलन में वैश्य समाज की एकता, जागरूकता, राजनीतिक भागीदारी और महिला सशक्तिकरण पर गहन चर्चा की गई। इसके साथ ही समाज से जुड़े कई मुद्दों जैसे विवाह में अनावश्यक खर्च और दिखावा रोकना, विवाह पूर्व वेडिंग शूट बंद कराना, तलाक की स्थिति में अनावश्यक आरोपों और संपत्ति विवादों पर रोक, पंच परमेश्वर पंचायत के जरिए विवाद निपटान, व्यापारी टास्क फोर्स का गठन, आईटीआर भरने वालों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा, गरीब छात्रों को मुफ्त या कम शुल्क में शिक्षा उपलब्ध कराना जैसे विषयों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
संगठन के उपाध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल, सुधीर पौरवाल, महेश बाबू गुप्ता, राजीव पौरवाल, एडवोकेट कुणाल गर्ग, सत्य नारायण गोयल, अमित पौरवाल, मुनीश गर्ग, शशि जिंदल, शैलेन्द्र बरनवाल, मनोज गुप्ता, सचिन गुप्ता और नवीन गर्ग सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सम्मेलन में मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बुलंदशहर, दिल्ली, फरीदाबाद, सोनीपत, ग्रेटर नोएडा, मथुरा, इटावा, एटा समेत अनेक स्थानों से बड़ी संख्या में वैश्य समाज के लोग पहुंचे। आयोजन ने न केवल समाज की ताकत का प्रदर्शन किया बल्कि भविष्य में वैश्य समाज की सशक्त राजनीतिक और सामाजिक भूमिका का संदेश भी दिया।