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Noida: नोएडा सेक्टर-55 ओल्ड एज होम में अमानवीयता, राज्य महिला आयोग की रेड में 39 बुजुर्गों किया गया रेस्क्यू

Noida: नोएडा सेक्टर-55 ओल्ड एज होम में अमानवीयता, राज्य महिला आयोग की रेड में 39 बुजुर्गों किया गया रेस्क्यू

रिपोर्ट: अमर सैनी

नोएडा के सेक्टर-55 स्थित “आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम” में बुजुर्गों के साथ की जा रही अमानवीयता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। राज्य महिला आयोग, नोएडा पुलिस, समाज कल्याण विभाग और जिला प्रोबेशन विभाग की संयुक्त रेड में यहां से 39 बुजुर्गों को दयनीय हालत में रेस्क्यू किया गया। रेड के दौरान बुजुर्ग महिलाओं को कपड़े में बांधकर बंद कमरों में रखा गया था, जबकि पुरुषों को तहखाना जैसे अंधेरे और दमघोंटू कमरों में कैद पाया गया।

राज्य महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने बताया कि यह कार्रवाई एक वायरल वीडियो के आधार पर की गई, जिसमें एक बुजुर्ग महिला को हाथ बांधकर कमरे में बंद पाया गया था। यह वीडियो लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग को भेजा गया था, जहां से तत्काल रेड के आदेश दिए गए। अधिकारियों ने पूरी गोपनीयता के साथ टीम बनाकर रेड की, जिसमें बेहद ही भयावह और अमानवीय दृश्य सामने आए।

रेड के दौरान एक बुजुर्ग महिला को बंधे हुए हालात में पाया गया, जिसे तुरंत रेस्क्यू कर उसका बंधन खोला गया। कई पुरुषों के शरीर पर कपड़े नहीं थे और महिलाएं भी अधोवस्त्रों में थीं। कुछ बुजुर्गों के कपड़े मल-मूत्र से सने हुए थे। पूछताछ में पता चला कि यहां किसी प्रकार का प्रशिक्षित स्टाफ तैनात नहीं था और बुजुर्ग खुद ही अपनी देखरेख करने को मजबूर थे।

एक महिला जो खुद को नर्स बता रही थी, उसने पूछताछ में खुलासा किया कि उसकी शैक्षणिक योग्यता केवल 12वीं पास है। आश्रम में स्वास्थ्य सुविधा और देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं थी। यह स्थिति गंभीर लापरवाही और मानवाधिकार हनन का मामला बन चुकी है। जांच में यह भी सामने आया है कि इस वृद्ध आश्रम में किसी बुजुर्ग को रखने के लिए परिजनों से 2.5 लाख रुपये “डोनेशन” के नाम पर लिए जाते थे, और उसके बाद हर महीने 6,000 रुपये रहने और खाने का शुल्क वसूला जाता था।

कई ऐसे बुजुर्ग भी मिले, जिनके परिजन नोएडा जैसे शहर के संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। जब उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने सब कुछ सामान्य बताकर बात टाल दी। वर्तमान में सभी 39 बुजुर्गों को रेस्क्यू कर अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है और अगले दो से तीन दिनों में उन्हें सरकारी ओल्ड एज होम में स्थानांतरित किया जाएगा।

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