दिल्ली

Delhi Crime: नेशनल रेसलर से बना कुख्यात अपराधी, आठ साल बाद दबोचा गया ‘पहलवान’

Delhi Crime: नेशनल रेसलर से बना कुख्यात अपराधी, आठ साल बाद दबोचा गया ‘पहलवान’

रिपोर्ट: रवि डालमिया

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े ऑपरेशन में आठ साल से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी सोनू उर्फ पहलवान उर्फ सोनू लंगड़ा को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से गिरफ्तार कर लिया है। एक समय देश के लिए कुश्ती में पदक जीतने का सपना देखने वाला यह शख्स अब हत्या, डकैती और हथियारों की तस्करी जैसे संगीन अपराधों में लिप्त है। गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की एंटी रॉबरी स्क्वॉड (ARSC) ने की, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी और इंस्पेक्टर रोबिन त्यागी कर रहे थे, वहीं पूरे अभियान की निगरानी एसीपी अरविंद कुमार कर रहे थे।

सोनू को वर्ष 2016 में दर्ज एक आर्म्स एक्ट मामले में 2017 में अदालत द्वारा घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया गया था। इसके बाद से वह लगातार फरार था और पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। क्राइम ब्रांच को इस साल 29 मई को गुप्त सूचना मिली कि सोनू अपने गांव बागपत के किर्थल में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही सब-इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार के नेतृत्व में टीम दिल्ली से बागपत रवाना हुई और एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

दिल्ली पुलिस की डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि सोनू का नाम 2016 में केबल ऑपरेटर देवेंद्र राठी की हत्या के मामले में आया था। उस समय दो बदमाशों की गिरफ्तारी के दौरान यह खुलासा हुआ था कि सोनू न केवल अवैध हथियारों की सप्लाई करता है, बल्कि वह एक बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा भी है। उस केस में सोनू के माध्यम से देवेंद्र राठी के भाई पर हमले की तैयारी की जा रही थी, जिसे पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया था।

सोनू का जीवन एक उदाहरण है कि कैसे खेल का मैदान छोड़कर कोई व्यक्ति अपराध के गहरे दलदल में उतर सकता है। वह कभी राष्ट्रीय स्तर का पहलवान था, लेकिन 2013 में एक सड़क हादसे में उसका दाहिना पैर कट गया, जिससे उसका खेल करियर खत्म हो गया। इस सदमे और आर्थिक तंगी के कारण वह अपराध की ओर बढ़ गया। धीरे-धीरे उसने हथियारों की तस्करी, डकैती, हत्या और फिरौती जैसे अपराधों में खुद को पूरी तरह से झोंक दिया।

सोनू के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के थानों में हत्या, बलात्कार, अपहरण, एससी/एसटी एक्ट, डकैती, अवैध हथियार और शराब तस्करी जैसे गंभीर अपराधों के 6 से अधिक मामले दर्ज हैं। पूछताछ में सामने आया है कि वह बागपत में अपने गांव में रहकर खेती करता था और वहीं से अपने आपराधिक नेटवर्क को संचालित करता था। उसके परिवार में पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ जारी है और जल्द ही उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

क्राइम ब्रांच की इस सफलता को एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि सोनू जैसे घोषित अपराधी की गिरफ्तारी से न सिर्फ अवैध हथियारों की सप्लाई पर लगाम लगेगी, बल्कि उसके माध्यम से कई पुराने मामलों का भी खुलासा हो सकता है। पुलिस अब उसकी कॉल डिटेल्स और संपर्कों की जांच कर रही है, ताकि उसके पूरे आपराधिक नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।

>>>>>>>>>>>

भारत और पाकिस्तान टी20 विश्व कप 2024 में दो बार आमने-सामने हो सकते हैं। जानिए कैसे

Related Articles

Back to top button