Noida Child PGI: नोएडा में तीन नवजात शिशुओं की हार्ट सर्जरी सफल, मिले नए जीवन

Noida Child PGI: नोएडा में तीन नवजात शिशुओं की हार्ट सर्जरी सफल, मिले नए जीवन
नोएडा। सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में तीन नवजात शिशुओं की गंभीर हृदय संबंधी बीमारियों का सफल इलाज कर उन्हें नया जीवन दिया गया है। तीनों बच्चों की उम्र एक महीने से कम और वजन तीन किलोग्राम से भी कम था। हालांकि नवजात प्री-मैच्योर नहीं थे, लेकिन उनकी स्थिति इतनी गंभीर थी कि तुरंत हार्ट सर्जरी की आवश्यकता थी।
पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमावत ने बताया कि सभी तीन नवजात बच्चों को जन्म से ही हृदय संबंधी गंभीर समस्याएं थीं। कार्डियोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अनुज कुमार शर्मा ने सटीक जांच के बाद सर्जरी की योजना बनाई। विशेषज्ञों ने बताया कि इन शिशुओं की जीवित रहने की संभावना सिर्फ 60-70 प्रतिशत थी। सर्जरी में एनेस्थीसिया विभाग का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
सामान्यत: ऐसे छोटे नवजात की हार्ट सर्जरी तब की जाती है जब उनका वजन पांच किलोग्राम से अधिक होता है या आयु चार महीने से ऊपर हो। लेकिन तीनों नवजात का वजन और उम्र कम होने के बावजूद, विशेषज्ञों ने जोखिम उठाकर सर्जरी की।
तीनों नवजातों की बीमारियां अलग-अलग थीं:
- पहले नवजात में हार्ट से निकलने वाली खून की धमनी में सिकुड़न थी, जिससे शरीर के निचले हिस्से तक खून की सप्लाई सही से नहीं पहुंच रही थी। इस कारण हार्ट पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा था और शरीर का विकास रुक गया था।
- दूसरे नवजात में फेफड़ों से शुद्ध खून बाएं हार्ट में जाना चाहिए था, लेकिन वह दाएं हार्ट में चला जाता था। बच्चा बुखार और निमोनिया के साथ भर्ती हुआ था। इस सर्जरी में जोखिम बहुत ज्यादा था।
- तीसरे नवजात का हार्ट सिंगल वेंट्रिकल था, और फेफड़ों में अत्यधिक खून की सप्लाई हो रही थी। इसे नियंत्रित किया गया ताकि फेफड़ों पर दबाव न बढ़े। बच्चे की ग्रोथ होने के बाद छह महीने बाद दूसरी सर्जरी की जाएगी।
सर्जरी के बाद तीनों नवजात को लगभग एक सप्ताह तक अस्पताल में निगरानी में रखा गया। अब उनकी स्थिति स्थिर है और उन्हें सकुशल घर भेज दिया गया है। डॉक्टरों ने कहा कि यह सफलता चिकित्सा क्षेत्र में नवजात हृदय सर्जरी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इसने कई परिवारों के लिए उम्मीद की किरण जगाई है।





